प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर वॉटर मैनेजमेंट संभाल रहीं महिलाओं को बताया मिसाल

पहले पानी की बूंद-बूंद इकठ्ठा करने के लिए जद्दोजहद थी. SHG समूह में महिलाएं एक साथ जुटी और उन्होंने हर घर की प्यास बुझा दी. इस पहल को देखकर प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर महिलाओं को मिसाल बताया.अब इस "पानीदार " गांव पर ट्वीट की बौंछार है.

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रविवार ब्यूरो
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पिछले दो दिन से  बुरहानपुर जिले के बीहड़ गांव खातला की रहने वाली मंजू बाई अपनी साथियों के साथ फुले नहीं समा रही. मंजू बाई कहती हैं -" हम पानी की बूंद-बूंद इकठ्ठा करने के लिए जद्दोजहद करते थे. समूह में महिलाएं एक साथ जुटी और और हर घर की प्यास बुझा दी. इस प्रबंधन को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को मिसाल बताया.मैं बहुत खुश हूं." एक दिन पहले पीएम मोदी के ट्वीट ने गांव और इन वाली ग्रामीण महिलाओं को सुर्ख़ियों में ला दिया. कुछ दिन पहले ही हमने मप्र के उत्तर पश्चिम छोर पर बसे  नीमच के धनेरिया कलां  गांव की महिलाओं और उनके जल प्रबंधन की स्टोरी को बताया था. अब प्रदेश के दक्षिण पश्चिम छोर के बीहड़ गांव खातला (खड़की) चलते हैं. इन जांबाज़ महिलाओं के काम पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की नज़र पड़ गई. फिर क्या था, मोदी ने अपने अंदाज़ में इस गांव और महिलाओं के काम की सराहना की.जल शक्ति मंत्रालय के मंत्री प्रह्लाद पटेल के ट्वीट को पीएम मोदी ने रीट्वीट कर इसे और चर्चा में ला दिया.  

बुरहानपुर से लगभग सौ किमी दूर गांव खातला की कोई साढ़े तीन सौ-चार सौ की आबादी और करीब सवा सौ घर. मंजू बाई कहती हैं -" मेरे गांव की महिलाएं रोज ज़िंदगी की कठिन परीक्षा से गुजरती.  पीने के पानी के लिए गांव में सिर्फ एक कुआं.  प्यास बुझने का नाम नहीं लेती. महिलाएं दूर-दूर खेत से पानी लातीं .सूरज माथे पर चढ़ जाता. बच्चे रोज स्कूल जाने में लेट हो जाते. मजदूरी के लिए लेट जाने पर उधर मजदूरी के पैसे काट लिए जाते."

 

बुरहानपुर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जल शक्ति मंत्रालय समूह पानी