शालोम रख रहा है जनजातीय कला को ज़िंदा

ऊटी निवासी शीला पॉवेल ने तोडा कम्युनिटी और तमिलनाडु की एम्ब्रोइडरी की परंपरा को बरक़रार रखे हुए है. पिछले 15 वर्षों से, वह अपने कशीदाकारी वाले कपड़े को खरीद इनसे उत्पाद बना रही है. शीला के साथ 200 से ज़्यादा महिलाएं जुडी है.

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ऊटी निवासी शीला पॉवेल ने तोडा कम्युनिटी और तमिलनाडु की एम्ब्रोइडरी की परंपरा को बरक़रार रखे हुए है. पिछले 15 वर्षों से, वह अपने कशीदाकारी वाले कपड़े को खरीद इनसे उत्पाद बना रही है. शीला के साथ 200 से ज़्यादा महिलाएं जुडी है. शीला ने बताया कि- “कढ़ाई का यह रूप केवल टोडा समुदाय द्वारा किया जाता है, और अगर संरक्षित नहीं किया गया, तो यह ख़त्म हो जाएगा."

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