चुनौती को चुनौती देकर कल्पना सरोज बनी 7 कंपनियों की मालकिन

वीडियो :कल्पना सरोज ने बिजनेस के साथ सामाजिक कार्यों पर भी ध्यान दिया. उन्होंने महिलाओं को सशक्त बनाने, शिक्षा को बढ़ावा देने, जाति आधारित भेदभावों जैसी चुनौतियों से लड़ने के लिए कई ज़रूरी कदम उठाये.

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7वीं कक्षा में ही हुई शादी 

कल्पना सरोज के मज़बूत इरादों ने सिखाया कि मेहनत के ज़रिये कैसे 2 रूपए प्रति दिन कमाने वाली ग्रामीण महिला 7 कंपनियों की मालकिन बन सकती है (Kalpana Saroj success story in Hindi).

"मैं सिर्फ सौ घरों वाले एक छोटे से गांव से हूं. मेरे पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे और वह मुझे पढ़ाना चाहते थे लेकिन समाज को यह बात हज़म कहां. कुछ को तो आश्चर्य हुआ कि लड़कियों के लिए शिक्षा का क्या ही मतलब हो सकता है. मेरे पिता चाहते थे कि मैं अपनी 10वीं पूरी कर लूं, लेकिन परिवार और समाज के दबाव में मेरी 7वीं कक्षा में ही शादी कर दी गई." डॉ. कल्पना ने बताया.