आने वाले कुछ सालों में दुर्ग जिले के छोटे से गांव डुमरडीह की यमुना चक्रधर डॉक्टर बनेगी. इस साल की नीट एग्ज़ाम में यमुना के चयन के बाद गांव में जश्न का माहौल है.
ईंट बना कर चाहे लोगों के घर मजबूत बनवा दिए, लेकिन यमुना ने कच्चे मकान में रह कर भी अपने इरादे मजबूत कर लिए. इतनी मेहनत की कि रिजल्ट में यमुना ने नीट जैसी कठिन एग्ज़ाम को पास कर लिया. आने वाले कुछ सालों में दुर्ग जिले के छोटे से गांव डुमरडीह की यमुना चक्रधर डॉक्टर बनेगी. इस साल की नीट एग्ज़ाम में यमुना के चयन के बाद गांव में जश्न का माहौल है.