गर्ल्स कॉलेज गर्ल्स के लिए ही सेफ नहीं

फेमस दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन के फेस्ट के दौरान कुछ लड़के दीवार लांघकर कॉलेज प्रीमाइसेस में घुस गए और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने लगे. भगदड़ के दौरान कई छात्राओं को चोट आई.

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मिस्बाह
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hands groping the girl

Image Credits: Ravivar vichar

सुनने में शायद, गर्ल्स कॉलेज लड़कियों के लिए सबसे सेफ प्लेस लगे. सेफ होना भी चाहिए क्योकि ज़्यादातर कॉलेजों में पुरुषों या बाहर के लोगों की एंट्री मना होती है. फेमस दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन के फेस्ट के दौरान कुछ लड़के दीवार लांघकर कॉलेज प्रीमाइसेस में घुस गए और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने लगे. भगदड़ के दौरान कई छात्राओं को चोट आई. छात्राएं बताती हैं कि वहां मौजूद पुलिस ने इन लड़कों के ख़िलाफ़ कोई एक्शन नहीं लिया, प्रिंसिपल ने भी कोई कार्यवाही नहीं करी. जब छात्राओं ने उनके ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन कर सख़्त क़दम उठाने की मांग करी तो उन्हें डिटेन कर दिया गया.  

AISA (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन) के एक एक्टिविस्ट ने आरोप लगाया कि पुरुषों ने नारे लगाए "मिरांडा हाउस और आईपीसीडब्ल्यू दोनों हमारे हैं", "मिरांडा नहीं छोड़ा, तो आईपी भी नहीं छोड़ेंगे" गर्ल्स कॉलेज में घुसपैठ करने की ये घटना पहली नहीं है, इससे पहले भी मिरांडा, गार्गी, और लेडी श्री राम में दिवाली मेले और एनुअल फेस्ट में ऐसा हो चूका है. कोयंबटूर के भारथिअर यूनिवर्सिटी महिला छात्रावास की छात्राओं ने प्रोटेस्ट किया जब गर्ल्स हॉस्टल में कुछ लड़के घुस आये और अपने प्राइवेट पार्ट्स फ़्लैश करने लगे. 

जयपुर में भी कुछ ऐसी ही घटना सामने आई जब एक अज्ञात शख्स एस एम एस कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल में पकड़ा गया. वह एक पुलिस कर्मी था जिसके ख़िलाफ़ FIR दर्ज करवाई गई. लुधियाना के बाबा जसवंत सिंह डेंटल कॉलेज में छात्राओं ने जमकर प्रोटस्ट किया जब एक युवक दीवार कूदकर एक छात्रा के हॉस्टल रूम में घुस गया और चाक़ू से उसे डराने धमकाने लगा. ऐसी घटनाओं की लिस्ट काफी लम्बी है. इस से साबित होता है कि आज भी हम लड़कियों और महिलाओं के लिए सेफ स्पेस बनाने में कामियाब नहीं हुए हैं. 'गर्ल्स' की कहे जाने वाली स्पेस भी सुरक्षित नहीं. इस तरह की हिंसाएं ज़हन में घर कर जाती हैं और हमेशा डराती हैं, आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाती हैं, यादगार कहे जाने वाले कॉलेज डेज़ पर काला साया बनकर मंडराती हैं. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लड़को और पुरुषों को कंसेंट का पाठ पढ़ाना होगा.  पुलिस और कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त क़दम उठाना होंगे.  

गर्ल्स कॉलेज AISA (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन) मिरांडा हाउस आईपीसीडब्ल्यू दिल्ली यूनिवर्सिटी