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कोच कुलदीप ने शीतल को उनकी अकादमी में आने और उनकी तरह लोगों को शूटिंग करते देखने की सलाह दी. अपनी जीत से शीतल ने दिखाया कि जादू हाथों में नहीं होंसलों में होना ज़रूरी है.
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