हर घर पानी : कलेक्टर को पीएम अवार्ड फॉर एक्सीलेंस

बुरहानपुर के कई ऐसे गांव थे जहां महिलाओं को पीने के पानी के लिए रातभर मशक्क्त करना पड़ती थी. पंचायत के कर्मचारी पूरा पैसा वसूल नहीं पाते जिससे नल-जल योजना ठप पड़ गई.अब इन्हीं महिलाओं में प्लंबर और टेक्नीशियन की ट्रेनिंग लेकर नया हूनर भी तैयार कर लिया.

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विवेक वर्द्धन श्रीवास्तव
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दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में "प्रधानमंत्री अवार्ड फॉर एक्सीलेंस" पीएम नरेंद्र मोदी से अवार्ड लेती बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल (Image Credits: Jansampark)

मध्य प्रदेश का सबसे दूरस्थ समझे जाने वाला बुरहानपुर एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. सही प्रशासनिक प्रबंधन, समन्वय, और यहां की महिलाओं की कड़ी मेहनत ने जिले को एक और तमगा दिलवा दिया. हर घर जल पहुंचा कर परिवारों की प्यास बुझाने में सफल इस जिले की कलेक्टर भव्या मित्तल को सिविल सर्विस डे पर दिल्ली में  'प्रधानमंत्री अवार्ड फॉर एक्सीलेंस' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया.इस उपलब्धि के बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जश्न मन रहीं हैं.
  
जिले की लगभग 1700 महिलाओं ने अलग-अलग समूह में जुड़ कर यह कमाल कर दिखाया. नल जल योजना और जल जीवन मिशन के तहत यह सफलता मिली. आजीविका मिशन की जिला परियोजना प्रबंधक संतमति खलखो कहती हैं- "पिछले दस महीने में समूह की महिलाओं ने 80 लाख से अधिक रुपए का राजस्व कमा कर पंचायतों को सौंपा. कुल वसूली की बीस प्रतिशत राशि समूह सदस्यों को मिली. जहां गांव के हर घर में पानी पहुंचा वहीं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक लाभ भी हुआ."

इसके पहले जिले के बुरहानपुर और खकनार ब्लॉक के कई ऐसे गांव थे जहां महिलाओं को पीने के पानी के लिए रातभर मशक्क्त करना पड़ती थी. पंचायत के कर्मचारी पूरा पैसा वसूल नहीं पाते जिससे नल-जल योजना ठप पड़ गई.अब इन्हीं महिलाओं में प्लंबर और टेक्नीशियन की ट्रेनिंग लेकर नया हूनर भी तैयार कर लिया.पिछले कुछ माह से सुर्ख़ियों में आए इस जिले की कलेक्टर भव्या मित्तल को यही वजह पीएम नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया.    

जिले में जल जीवन मिशन पर पूरी तरह मॉनिटरिंग की जा रही है. पीएचई विभाग के कोर्डिनेटर राजेश ठाकुर कहते हैं- " शुरू में यह काम बहुत चुनौतीपूर्ण था.167 पंचायतों के 254 गांवों में पेयजल वितरित किया जा रहा है.दरियापुर गांव के जयश्री कृष्णा समूह की अध्यक्ष रीना पाटिल कहती हैं- "हमारे गांव में पंद्रह सौ नल कनेक्शन हैं. पानी की व्यवस्था के बावजूद पूरा गांव परेशान था.हमने कमान संभाली और पेयजल व्यवस्था पटरी पर आ गई.ख़ुशी के जल शक्ति मंत्रालय ने दिल्ली में सम्मानित किया." बहादरपुर गांव के प्रगति स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष दीपिका सोनी हो या दापोरा गांव के स्वर्णलता स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष आशा महाजन,सचिव संगीता चौधरी सभी ने अपने-अपने इलाके में रिकॉर्ड वसूली की और योजना को साकार कर दिया.

बुरहानपुर जिले ने जल जीवन मिशन और नल-जल योजना को लेकर प्रदेश और देश में सुर्ख़ियों में है.इस अवार्ड के पहले पूर्व कलेक्टर प्रवीण सिंह को भी राष्ट्रपति अवार्ड मिल चुका है.इस जिले की पेयजल व्यवस्था और SHG महिलाओं का ज़िक्र पीएम नरेंद्र मोदी अपनी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके हैं. "प्रधानमंत्री एक्सीलेंस अवार्ड" लेने के बाद कलेक्टर भव्या मित्तल कहती हैं- " इसका अवार्ड का श्रेय उन 'टेक्स सखी' ग्रामीण महिलाओं को जाता जिन्होंने हर मौसम चाहे कड़ी धूप हो,सर्दी हो या बारिश में वसूली की और पूरे गांव के हर घर तक पानी पहुंचाया. यह मेरे और जिले के लिए गर्व की बात है." जिले में टेक्स सखी जहां बेहतर काम कर रहीं हैं वहीं कई समूह की महिलाएं दूसरे कामों से जुड़ कर भी आर्थिक रूप से मजबूत हुईं हैं.

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(रविवार विचार की स्टोरी क्लिप)

https://ravivarvichar.in/kahaniyan/shg-women-from-burhanpur-manages-water-tax 

 

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