नाबार्ड (NABARD) ने NGO मंजरी फाउंडेशन (Manjari Foundation) के साथ मिलकर राजस्थान (Rajasthan) के गांव हुरडा के स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारियों और सदस्यों के क्षमता को बढ़ाने के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम (Capacity Building Program) का आयोजन किया.
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जिला विकास प्रबंधक सुश्री वसुंधरा ने नाबार्ड के विभिन्न योजनाओं (Schemes of NABARD) के बारे में बताया, जिससे आय को बढ़ावा मिलेगा. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce Platform) के आगमन ने हमारे जीवन को आसान और सुविधाजनक बनाया है.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से बढ़ेगी SHG महिलाओं के प्रोडक्ट्स की बिक्री
वसुंधरा बताती है कि कैसे स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) से जुड़ी महिलाएं आय गतिविधियों को अपनाकर आय में वृद्धि कर सकती हैं. नई तकनीकों का उपयोग कर SHG महिलाएं अपने हैंडमेड उत्पादों (SHGs Handmade Products) की ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के ज़रिये बिक्री कर सकती हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी.
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ई-कॉमर्स क्षेत्र में वृद्धि होने से SHG महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, और इससे ग्रामीण सशक्तिकरण (Rural Empowerment in hindi) को बढ़ावा मिलेगा.
मंजरी फाउंडेशन का उद्देश्य
मंजरी फाउंडेशन के नागेन्द्र गिरी गोस्वामी ने ई-कॉमर्स के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य छोटे स्तर पर काम करने वाली सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की महिलाओं (SHG Women) को आगे बढ़ाकर आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है, और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के ज़रिये फाउंडेशन उनका समर्थन करेगा.
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गांव और SHG महिलाओं के लिए तरक्की का यह कदम सफलता और विकास की दिशा में आगे अग्रसर होगा.