हज (Haj) इस्लाम (Islam) धर्म के पांच स्तम्भों में से एक है. हर साल हज़ारों श्रद्धालु हज करने के लिए मदीना (Madina) जाते हैं, इस बार भी गए. लेकिन इस साल कुछ अलग हुआ. एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट (flight) जेद्दा जाने के लिए महिला पायलट (women pilot) समेत ऑल वीमेन क्रू (all women crew) के साथ 145 महिला हज यात्रियों को लेकर केरेला से रवाना हुई. पायलट, केबिन क्रू, यात्रियों, से लेकर ग्राउंड स्टॉफ तक एक भी पुरुष नहीं था. फ्लाइट को सफलतापूर्वक लैंड करवाने के बाद, जेद्दा एयरपोर्ट पर क्रू और पायलट ने हज यात्रियों के साथ तस्वीरें खिंचवाई.
Image Credits: Arab News
एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India express) की फ्लाइट का संचालन कैप्टन कनिका मेहरा (Captain Kanika Mehra) और फर्स्ट ऑफिसर गरिमा पासी (First Officer Garima Passi) ने किया. फ्लाइट में यात्रियों की देखभाल के लिए चार महिला केबिन क्रू सदस्य शामिल रहीं. केरल हज समिति के अध्यक्ष सी मोहम्मद फैजी ने भी इस सफलता पर गर्व जताया. भारतीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला (minister for minority affairs John Barla) ने एयरपोर्ट पर हज यात्रियों को बोर्डिंग पास दिए.
ये महिला हजयात्री उन 4 हज़ार भारतीय महिलाओं के समूह का हिस्सा हैं, जो इस साल, बिना मेहरम के हज पूरा करने जा रही हैं. भारत के कुल हज यात्रियों में से 60% महिलाएं हैं. दूसरे राज्यों की तुलना में, केरल से महिला हज यात्रियों की संख्या सबसे ज़्यादा रही. केरल की करीब 2 हज़ार महिलाएं पुरुष रिश्तेदार के बिना हज के लिए जा रही हैं. राज्य में उच्च शिक्षा स्तर अच्छा होने और लोगों की सोच में आ रहे बदलाव को इसका श्रेय दिया गया है. पूरी तरह से महिला संचालित, महिला यात्रियों वाली हज उड़ान, लैंगिक समानता, सकारात्मकता, और प्रगतिशील बदलावों को दर्शाती है.