अक्सर यह माना जाता है कि गैर-लाभकारी संस्थाएं महिलाओं का क्षेत्र हैं. लेकिन सच्चाई कुछ और ही है.
सामाजिक क्षेत्र में ज़्यादातर महिलाएं लीडरशिप भूमिकाओं का अहम हिस्सा नहीं
2015 में philanthropy foundation Dasra ने एक सर्वेक्षण किया, जिसमें ₹5 करोड़ या उससे ज़्यादा के वार्षिक बजट वाले लगभग 20 % NGOs महिला नेतृत्व (women entrepreneurs) वाले पाए गए. उन गैर-सरकारी संगठनों के लिए जिनका वार्षिक बजट ₹5 करोड़ से कम है, लगभग 19 % महिला-नेतृत्व वाले थे. सामाजिक क्षेत्र में पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक हैं, लेकिन उनमें से ज़्यादातर लीडरशिप भूमिकाओं का हिस्सा नहीं हैं.
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UNICEF का मानना है कि महिलाओं और लड़कियों के नेतृत्व वाले संगठन अक्सर संकट के समय समुदायों की परेशानियों को हल करने में सबसे आगे होते हैं. वे महिलाओं, लड़कियों और हाशिए पर रहने वाले समूहों को ज़रूरी सेवाएं प्रदान करते हैं, महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाते हैं और जवाबदेही की मांग करते हैं.
Women-led NGOs जूझ रहे पार्टनरशिप और रिसोर्सेस की कमी से
उनके साथ साझेदारी के महत्व पर कई इंटरनेशनल संस्थाओं ने अपनी आवाज़ उठाई है, फिर भी women-led NGOs पार्टनरशिप और रिसोर्सेस की कमी से जूझ रहे हैं.
पर्यावरण संगठन की वॉलनटीयर सोलाची वाईके का मानना है कि एनजीओ का नेतृत्व करने के लिए आपको अपने व्यक्तित्व और व्यक्तिगत भावनाओं को एक तरफ रखकर, अपने उद्देश्य के लिए बहुत गंभीरता से धन की मांग करनी होगी.
वह कहती हैं, "NGO की सफलता फंडरेसिंग पर निर्भर करती है. आगे बढ़ने के लिए अपने व्यक्तिगत संपर्कों से लेकर सोशल मीडिया तक हर चीज़ का उपयोग करें. अपने आप को उन लाभों से परिचित कराएं जिनका लाभ दानकर्ता उठा सकते हैं, और इसके बारे में बात करें. 80जी प्रमाणीकरण के लिए आवेदन करें, जो दानकर्ताओं को कर लाभ की अनुमति देता है. ऐसे कार्यक्रम आयोजित करें जो धन एकत्र कर सकें, और समान विचारधारा वाले लोगों को शामिल करें. ऑनलाइन फंडरेसिंग भी अच्छा विकल्प है. धन जुटाने के लिए नेटवर्किंग ज़रूरी है. अन्य संगठनों से अनुदान के लिए आवेदन करना भी धन जुटाने का एक स्मार्ट तरीका है. अपनी गतिविधियों और ठोस परिणामों के बारे में मुखर और पारदर्शी रहें, ताकि लोग समझें कि वे किस लिए साइन अप कर रहे हैं; चाहे वह व्यक्ति हों, समूह हों, लाभकारी संगठन हों या दूसरे कोई संस्थान."
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नीति आयोग द्वारा संचालित NGO Darpan कर रहा NGOS का समर्थन
भारत सरकार ने NITI Aayog द्वारा संचालित NGO Darpan लॉन्च किया. यह गैर-सरकारी संगठनों को फंडिंग से जुड़ी अहम जानकारियों से अवगत रहने और सरकार द्वारा अनुदान के लिए आवेदन करने के लिए सरकार के साथ संपर्क करने और साझेदारी तलाशने में सक्षम बनाता है. अब तक 181,706 NGOs ने नामांकन कराया है.
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उन्हें एक NGO दर्पण यूनिक आईडी प्राप्त होती है, जो उन्हें पोर्टल और इसके लाभों तक आसानी से पहुंचने की अनुमति देती है. जो महिलाएं अपने गैर-लाभकारी संस्थाओं के लिए धन जुटाना चाहती हैं, उन्हें रजिस्ट्रेशन से लाभ होता है. इस तरह के समर्थन के ज़रिये महिलाओं द्वारा संचालित NGOs को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उन्हें दूर किया जा सकता है. इन संगठनों को सशक्त बनाकर सामुदायिक विकास और समान समाज बनाने के सपने को पूरा किया जा सकता है.
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