जब भारतीय बैडमिंटन में महिला डबल्स की बात आती है तो अश्विनी पोनप्पा को इस खेल का गोल्ड स्टैंडर्ड माना गया. अश्विनी ने सिंगल सुपरस्टार प्लेयर्स के बीच अपनी अलग पहचान बनाई.
पुरुष और महिला बैडमिंटन के बीच असमानता पर खुलकर बोला
भारतीय बैडमिंटन के अलावा, अश्विनी को पुरुष और महिला बैडमिंटन के बीच असमानता के बारे में बात करने के लिए भी जाना जाता है.
रेड बुल शटल अप महिला डबल्स टूर्नामेंट के राष्ट्रीय फाइनल के मौके पर स्पोर्टस्टार से बात करते हुए, अश्विनी ने कहा, "यह आश्चर्यजनक है कि हमारे पास जो लीग हैं, उनमें कोई महिला डबल्स (WD) नहीं है, चाहे वह प्रीमियर हो बैडमिंटन लीग (PBL) या बेंगलुरु में ग्रैंड प्रिक्स बैडमिंटन लीग."