वीडियो : नवरात्रि का चौथा दिन देवी कुष्मांडा का पुजन के रूप में विशेष महत्व रखता है. देवी कुष्मांडा नाम का अर्थ होता है 'कुष्म' और 'आंद' का रूप, और वह विश्व के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं.
देवी कुष्मांडा (navratri special) सृष्टि का आधार बनी और ब्रह्माण्ड को अपने ह्रदय में समाहित किया. वे सूर्य के समान चमकती है,अपने प्रेम और आशीर्वाद से स्वास्थ्य, धन, और बल देती है. देवी कुष्मांडा के आठ हाथ विशेष महत्व रखते हैं. ये हाथ उनकी शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक हैं, जो समाज में महिलाओं को शक्तिशाली और स्वास्थ्य बनाती हैं.