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ग्राम शादीपुर से दो बार सरपंच रह चुकी है Dolly Sarpanch
महिला सशक्तिकरण(women empowerment) की दिशा में हो रहे प्रयास तब विफल होना शुरू हो जाते हैं, जबमहिलाओं को लीडरशिप पोजिशंस (women on leadership positions) पर जगह नहीं दी जाती. सरपंच चुनाव जीत जाने के बाद भी, काम महिला लीडर के पति द्वारा संभाला जाता है. इसके खिलाफ मोर्चा संभाला डॉली भारती ने.
डॉली बिहार के गया जिले में ग्राम शादीपुर सेदो बार सरपंचरह चुकी है. डॉली नीति बनाने के प्रोसेस में महिलाओं की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहती है. ऐसा कर वो उन सामाजिक मानदंडों को चुनौती दे रही है (challenging social standards) जो सत्ता की सीटों को सिर्फ पुरुषों के साथ जोड़ते हैं.