बेंगलुरु की 27 वर्षीय वकील सारा सनी ने supreme court में case पर बहस करने वाली भारत की पहली बधिर वकील बनकर इतिहास रच दिया है. सितंबर में chief justice DY Chandrachud ने कोर्ट में सांकेतिक भाषा interpreter को उनकी सहायता करने की अनुमति दी.
बेंगलुरु की 27 वर्षीय वकील सारा सनी ने supreme court में case पर बहस करने वाली भारत की पहली बधिर वकील (First deaf lawyer on supreme court in india) बनकर इतिहास रच दिया है. ऐतिहासिक क्षण तब आया जब वह सितंबर में chief justice DY Chandrachud (first female judge of supreme court) ने कोर्ट में सांकेतिक भाषा interpreter को उनकी सहायता करने की अनुमति दी.