जानापाव महिला विकास समिति ITC के सहयोग से छू रहीं ऊंचाइयां

जानापाव महिला विकास समिति के SHGs को आईटीसी से फंडिंग मिल रही है और डीएससी अहमदाबाद से उन्हें सपोर्ट और ट्रेनिंग दी जाती है. संगठन में SHG महिलाएं विभिन्न कार्य जैसे जैविक खाद और जैविक खेती कर रही है.

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mhow shg

Image Credits : Ravivar Vichar

 

इंदौर (Indore)  जिले के महू (Mhow)  तहसील के गांव तिंछा (Tincha) में जानापाव महिला विकास समिति (Janapav Mahila Vikas Samiti) के विभिन्न स्वयं सहायता समूह (Swayam Sahayata Samuh) जैसे बालाजी SHG, जय अम्बे SHG की महिलाएं, आज समूहों के कार्यों में आगे बढ़कर हिस्सा ले रहीं है. समूह से जुड़कर महिलाओं की  ज़िन्दगी में काफी बदलाव आया है. 

महिलाएं हो रहीं आत्मनिर्भर 

Self Help Groups से जुड़ने के बाद महिलाएं समूह के काम खुद कर रहीं है, जैसे पहले महिलाएं घर से निकलती भी नहीं थी, आज महिलाएं बैंक जाकर, बैंक के लिखा-पढ़ी के काम खुद कर रहीं साथ ही सरकारी योजनाओं और उनके लाभ के बारे में जानकारी ले रही है. self help groups से जुड़ने के बाद महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से उनमे अलग ही आत्मविश्वास और जोश आया है , अब वह बिना हिचकिचाहट के अपनी बातों को सबके सामने रख रही है. 

जानापाव महिला विकास समिति के SHGs को आईटीसी से फंडिंग मिल रही है और डीएससी  (डेवलपमेंट सपोर्ट  सेंटर) अहमदाबाद से उन्हें सपोर्ट और ट्रेनिंग दी जाती है. संगठन में अलग-अलग समूह की SHG महिलाएं विभिन्न कार्य जैसे जैविक खाद, जैविक खेती, पशुपालन, सोयाबीन की बड़ी और पापड़ बना रही है, जिससे उन्हें रोजगार के साथ, आर्थिक स्थिति में भी वृद्धि हो रही है.