वीडियो :नवरात्री के छठे दिन माँ कात्यायनी को पूजा जाता है. उन्होंने असुरराज महिषासुर का सिर धड़ से अलग किया और इसी कारण उन्हें महिषासुरमर्दिनी कहा गया . माँ कात्यायनी शक्ति की प्रतीक हैं और आज की भारतीय महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है.
महिषासुरमर्दिनी के रूप में माँ कात्यायनी (Navratri day 1) हमें शक्ति का महत्व दिखाती है. वे बुद्धि और धैर्य से समस्याओं का समाधान खोजती हैं और हर मुश्किल को पार करने का तरीका दिखाती है. माँ कात्यायनी की शक्ति हमें संघर्षों को पार करने के लिए प्रोत्साहित करती है और हमें सफलता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है.