एक बार इनके पास एक आयरलैंड का व्यक्ति आया. वह भारतीय खाने का शौकीन था. उसने शशिकला को अपनी कुकिंग क्लास खोलने का आइडिया दिया. जो महिला पहले ठीक से हिंदी भी नही बोल पाती थी, वो आज फर्राटेदार अंग्रेजी में फॉरेनर्स को खाना बनाना सिखा रही है.
एक बार इनके पास एक आयरलैंड का व्यक्ति आया. वह भारतीय खाने का शौकीन था. उसने शशिकला को अपनी कुकिंग क्लास खोलने का आइडिया दिया. जो महिला पहले ठीक से हिंदी भी नही बोल पाती थी, वो आज फर्राटेदार अंग्रेजी में फॉरेनर्स को खाना बनाना सिखा रही है. और मज़े बात ये है की सिर्फ इंग्लिश नही, बल्कि इटेलियन, स्पेनिश, फ्रेंच में भी खाने के मसालों, और व्यंजनों के नाम जानती है.
हौसले और आत्मविश्वास से बढ़ी आगे
शशिकला हर महिला यहां तक की हर व्यक्ति के लिए एक इंस्पिरेशन जो अपनी जिंदगी में हार मानने के बारे में सोचता है परेशानियां किसके जीवन में नही होती. हर व्यक्ति इस दुनिया में अपनी लड़ाई लड़ रहा है. लेकिन कौन जीतेगा और कौन हारेगा ये परेशानियां नही तय कर सकती. जो इंसान मन में हार जाता है, वो कभी नई जीत सकता. लेकिन जो मन में जीत चुका, उसे हराने की हिम्मत किसी में नहीं.