पितृसत्तात्मक सोच महिलाओं को पुरुषों के माने जाने वाले व्यवसायों में एंट्री नहीं लेने देती. इसी तरह राजनीतिक करियर बनाने से भी वह पीछे हैट जाती हैं क्योंकि वह तो "पुरुषों का काम" है.
राजनीति के ज़रिये महिला सशक्तीकरण का रास्ता होगा आसान
महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी उनके सशक्तिकरण के लिए अहम है, जो उन्हें निर्णय लेने में सक्षम बनाएगी. नीतियों को बनाने से लेकर लागू करने तक, महिलाओं की भागीदारी बदलाव का जरिया बनेगी. भारत में महिलाओं की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने, बेहतर निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने और देश की प्रगति और विकास को आगे बढ़ाने के लिए ज़रूरी है.