उखड़ती सांसें नहीं, अब मिला स्वस्थ ज़िंदगी का पोषण उपहार

आदिवासी समाज का दंश अब मिट रहा. अपनी बीमारी से बेखबर भोले-भाले लोगों की अब सांसें उखड़ने की जगह स्वस्थ जीवन का पोषण उपहार मिल रहा. चेहरे पर जीने की नई चाह नज़र आने लगी.दूरस्थ अंचल की यह ख़ास स्टोरी.

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राज्यपाल मंगू भाई पटेल एवं सांसद गजेंद्र सिंह पटेल पीड़ित को पोषण किट वितरित करते हुए: Image :Ravivar

मध्य प्रदेश के tribal communities इलाके खरगोन और बड़वानी ज़िले में गरीब बीमार लोगों का इलाज चाहे सरकार करवा रही हो लेकिन पर्याप्त पोषण नहीं होने से कुछ साल पहले तक सार्थक परिणाम  सामने नहीं आ पाए. जानलेवा बीमारी TB (ट्यूबर क्युलेसिस) के इलाज के साथ ही निमाड़ की सुशीला देवी उमराव सिंह पटेल सेवा संसथान ने ऐसा बीड़ा उठाया जिससे बीमार के परिवार में शारीरिक ताकत के साथ खुशियां लौट रहीं. 

पोषण आहार से दिखा दवाई का असर 

बड़वानी खरगोन ज़िले में TB जैसी बीमारी से ग्रस्त लोगों को मेडिसिन खाने के बाद उसको सहारा देने के लिए गरीबी आड़े आ गई. करण भाई कहते हैं- "लगातार छाती में दुखने और खांसी से परेशान था.बीमारी के कारण कुछ भी नहीं कर पा रहा था. इलाज अस्पताल में शुरू हुआ. दवाई खाई पर खाने के बाद पौष्टिक खाना नहीं मिल पाया.अब मुझे जरूरत के मुताबिक अनाज और दूसरे सामान की पोटली मिली.अब मेरी तबियत ठीक है."
यह कोई एक ग्रामीण की कहानी नहीं है बल्कि ऐसे ही ममता बाई कहती है-"मैंने तो जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी लेकिन इलाज के साथ मुझे घर पर ही गेहूं,चना और सब मिल गया. शरीर में ताकत लौटी.अब मैं घर से बाहर भी निकल कर काम करने लगी."

बीमारों को लिया गोद और मिशन बना मिसाल 

सुशीला देवी देवी सिंह पटेल सेवा संस्थान के संस्थापक और खरगोन-बड़वानी सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने क्षेत्र के टीबी मरीज़ों को गोद लेकर सेवा का संकल्प लिया. यही काम उनका मिसाल बन गया.
सांसद गजेंद्र सिंह पटेल कहते हैं-"Tribal Community में जब भी देखा बीमार लोग प्रशासन से मिली दवाइयां खा रहे लेकिन TB जैसी बीमारी से निपटने के लिए पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता.वे न काम करने की स्थिति में रहते और न ही पढ़ने जाने की हालत में रहते हैं. मैंने अपनी मां की स्मृति में सभी इस बीमारी से ग्रसित लोगों को गोद लिया.मुझे संतोष है कि हमारी संस्था इन बीमारों को पोषण किट निःशुल्क वितरित कर रही. इसमें सभी पौष्टिक आहार सामग्री है.जिससे से बीमार लोग जल्दी स्वस्थ हो रहे."  

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आदिवासी क्षेत्र में पोषण आहार किट देते हुए सांसद पटेल Image:Ravivar

इस संस्था द्वारा अभी तक पिछले तीन साल में ढाई हज़ार से ज़्यादा पोषण आहार किट बांट दिए.
9 किलो की इस पोटली में 5 किलो गेहूं, एक किलो भुना चना, 2 किलो मूंगफली के साथ एक किलो तुअर दाल शामिल है.इसका लाभ साल में दो बार हर मरीज़ को मिल रहा.       

900 मरीज़ ले रहे पोषण पोटली का लाभ 

सेवा संस्थान द्वारा क्षेत्र में 900 से ज़्यादा मरीज़ पोषण आहार का लाभ ले रहे.इसमें लगभग 700 मरीज़ तो बड़वानी ज़िले के ही हैं जबकि 200 मरीज़ खरगोन ज़िले के हैं.

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सिकलसेल बीमारी के लिए किया जा रहा ब्लड टेस्ट Image: Ravivar

इस इलाके में दो हज़ार से ज़्यादा लोगों का निरंतर उपचार और जिला अस्पताल प्रशासन निगरानी कर रहा है.
TB जैसी बीमारी के अलावा इस आदिवासी इलाके में सांसद गजेंद्र सिंह पटेल Sickle cell anemia जैसी अनुवांशिक बीमारी मुक्त समाज का अभियान भी चला रहे, जिसकी सराहना राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव कर चुके हैं.