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बंगाली फिक्शन राइटर. सामाजिक कार्यकर्ता. आदिवासी समुदाय की आवाज़. फेमिनिस्ट. महाश्वेता देवी ने सभी टाइटल जिये. उनके लेख में ज़मीनी हक़ीक़त दिखाई देती. महाश्वेता देवी की साहित्यिक कला ने उन्हें फेमिनिस्ट आइकॉन बना दिया.
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