Powered by :
भारत ने कौशल और ऋण तक महिलाओं को आसान पहुंच देकर अपने लैंगिक समानता के एजेंडे और महिलाओं की भागीदारी को आगे बढ़ाया है. महिलाओं की उद्यमिता को प्रोत्साहन देने से भी इस एजेंडे को बढ़ावा मिला है. भारत का मानना है कि लैंगिक एजेंडा देश की प्राथमिकता है.
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे