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राधाकृष्ण मंदिर परिसर जहां विराजित भगवान श्रीकृष्ण -Image :Ravivar
मध्य प्रदेश के रायसेन जिला अंतर्गत महलपुर पाठा गांव में यह ख़ास मंदिर है.इस मंदिर में श्वेत स्वरूप में श्रीकृष्ण के साथ राधा और रुक्मणि भी विराजित हैं.जन्माष्टमी पर इस मंदिर में खास पूजा अर्चना होती है.यह मूर्तियां एक ही सफ़ेद पत्थर से बनाई गई.
13 वीं शताब्दी में बने मंदिर के पास 51 बावड़ियां
महलपुर पाठा गांव में स्थित मंदिर में एक ही सफ़ेद पत्थर से श्रीकृष्ण के साथ राधा और रुक्मणि की मूर्ति को बनाया गया. पंडित रामाधार व्यास कहते हैं-"श्रीकृष्ण की मूर्ति सुंदर शिल्पकला का जीवंत उदाहरण है.
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मंदिर परिसर में ही शिवलिंग,नंदी, गणेश और नाग देवता सहित नटराज की मूर्तियां भी विराजित हैं.इस मंदिर के पास बने किले परिसर में 51 बावड़ियां हैं. जल स्नान का इस दिन खास महत्व होता है.इस मंदिर में 2011 से लगातार संकीर्तन जारी है.यह कोरोना काल में परंपरा जारी रही."
खास बात यह है जैन धर्म के आदिनाथ भगवान की मूर्ति इसी जंगल में मिल चुकी है जो अब देवनगर में स्थापित है.
बाबा का भेष धर अंग्रेज ने किया मूर्ति चुराने का प्रयास
गांव के बुजुर्ग प्रेम नारायण राय बताते हैं- "हमने अपने पूर्वजों से सुना, एक अंग्रेज को श्रीकृष्ण की मूर्ति पसंद आ गई.वह बाबा का भेष बनाकर पहुंचा और मूर्ति चोरी का प्रयास किया परंतु वह विफल रहा.यहां बुजुर्ग इसे चमत्कार मानते हैं."
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गांव के ही लोग बताते हैं कि परिसर में स्थित बावड़ी के ऊपर एक ढक्कन था, जो अपने आप खुलता था. इसमें से भोजन सामग्री निकलती थी. वर्षों पहले किसी ने इससे छेड़खानी की तो ढक्कन का एक पात्र कहीं गुम गया. कुछ समय पश्चात एक संत के सानिध्य में साल 2009 में यह पात्र किले के अन्दर मिला। पंडित राजेश व्यास और प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में पात्र का शुद्धिकरण कर वापस लगाया.
विशेष प्रस्तुति के बीच पहुंचेंगे सीएम
इस वर्ष यहां जन्माष्टमी (Janmashtami) का आयोजन और ख़ास होगा.पंडित राजेश व्यास ने बताया-" सागर के कडोरी प्रजापति एवं ग्रुप द्वारा बधाई एवं बरेदी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी.भोपाल की वाणी राव एवं साथी कलाकारों का भक्ति गायन भी इस कार्यक्रम में होगा. इन ख़ास आयोजनों के बीच CM Dr.Mohan Yadav भी आरती में शामिल होंगे."