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ग्रामीण महिलाओं के लिए नई राह: Rural Enterprise Workshop 2025
ग्रामीण भारत में महिलाओं की भूमिका अब सिर्फ घरेलू काम तक सीमित नहीं रही. अब महिलाएं अपने दम पर व्यवसाय (Business) शुरू कर रही हैं, स्वरोजगार (Self Employment) पा रही हैं और समाज में बदलाव ला रही हैं.
इसी दिशा में केंद्र सरकार की Ministry of Rural Development (MoRD) ने थिरुवनंतपुरम में दो दिवसीय National Rural Enterprise Workshop आयोजित की.
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था:
- ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार और entrepreneurshipके अवसर देना
- उन्हें व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित करना (Training for Business)
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना (Strengthening Rural Economy)
- कार्यशाला में देशभर से सरकारी अधिकारी, उद्योग विशेषज्ञ और महिला उद्यमी शामिल हुए.
10 करोड़ महिलाओं की ताकत: Self Help Groups का महत्व
MoRD के सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि पूरे देश में लगभग 10 करोड़ महिलाएं 90 लाख Self Help Groups (SHGs) से जुड़ी हैं. SHGsमहिलाओं को मदद करते हैं:
- साझा बचत (Collective Saving) और वित्तीय सुरक्षा (Financial Security)
- -Entrepreneurship और Self Employment के लिए अवसर
- स्थानीय अर्थव्यवस्था (Local Economy) में योगदान
श्री सिंह ने कहा, "महिलाओं की भागीदारी केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि समाज और समुदाय में बदलाव लाने में भी अहम है."
Pilot Programs की सफलता
असम, बिहार, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में चलाए गए Pilot Programs ने साबित किया कि ग्रामीण महिलाएं और युवा सही मार्गदर्शन और Training के साथ किसी भी व्यवसाय में सफल हो सकते हैं.
इन प्रोग्राम्स के तहत महिलाओं को:
- Business Start करने और चलाने की Training दी गई
- Marketing और Financial Planning सिखाई गई
- Local Products और Services के लिए Business Support दिया गया
इन प्रयासों से महिलाओं को स्वरोजगार (Self Employment) के असली अवसर मिले और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव (Positive Impact) आया.
Rural Enterprise Incubators: महिलाओं का नया साथी
सरकार की योजना है कि 2047 तक ग्रामीण भारत में महिलाओं की उद्यमिता (Entrepreneurship) और मजबूत हो. इसके लिए विभिन्न राज्यों में Rural Enterprise Incubators स्थापित किए जा रहे हैं.
इन Incubators की मदद से महिलाएं:
- व्यवसाय के लिए Training और Guidance लेंगी
- Financial Support और Loan आसानी से प्राप्त कर सकती हैं
- अपने Products और Services को Market तक पहुंचाने के अवसर पाएंगी
- Networking और Expert Advice ले सकती हैं
इस तरह महिलाएं न केवल Self-Reliant बन रही हैं, बल्कि Rural Economy को भी मजबूती दे रही हैं.
सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह का संदेश
श्री सिंह ने कहा: "जब महिलाएं अपने दम पर आगे बढ़ती हैं, तो समाज और अर्थव्यवस्था दोनों मजबूत होते हैं. हमारी यह पहल Rural Women को Self-Reliant बनाने के साथ-साथ पूरे Rural India की Economic Strength बढ़ाएगी."
उन्होंने यह भी बताया कि Pilot Programs ने साबित कर दिया है कि Training और सही Guidance के साथ महिलाएं किसी भी Business में सफल हो सकती हैं.
महिलाओं के लिए नई संभावनाएं
इस National Workshop से महिलाओं को मिली नई संभावनाएं:
- Business और Self Employment का मार्गदर्शन
- Financial और Marketing Assistance
- Local Products और Services के लिए Business Opportunities
- Self-Reliant बनने और समाज में अपनी पहचान बनाने का मौका
यह पहल सिर्फ महिलाओं के जीवन में बदलाव नहीं लाएगी, बल्कि Rural Economy और Society को भी सशक्त बनाएगी. ग्रामीण महिलाओं के लिए यह Workshop नई उम्मीद और अवसर लेकर आई है. 10 करोड़ से अधिक महिलाएं 90 लाख Self Help Groups के माध्यम से अपने सपनों को साकार कर सकती हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में Entrepreneurship और Self Employment को बढ़ावा मिलेगा.
महिलाओं की भागीदारी से Rural Economy मजबूत होगी.
सरकार की यह पहल साबित करती है कि Women Empowerment और Rural Development साथ-साथ चलकर देश को आगे ले जा सकते हैं.