आज की हमारी कहानी है निवेदिता मुखर्जी की. 46 साल की निवेदिता अहमदाबाद की निवासी है, जो दिल्ली में अपने काम को तेजी से आगे बढ़ा रही है. निवेदिता हमेशा व्यापार की दुनिया में कुछ अनूठा करना चाहती थीं. वह एक स्थायी व्यवसाय करना चाहती थी, जो लोगों की रूढ़िवादी सोच को चुनौती देता हो, उनकी कहानी केवल जीवनयापन की नहीं बल्कि अनिश्चितता और चुनौतियों की दुनिया में अपनी जगह बनाने की कहानी है.
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व्यापार को जमाना
तो, निवेदिता की सफलता का रहस्य क्या है? शुरुआत से शुरू करते हैं. उनका काम एक साधारण वस्त्र व्यवसाय से शुरू हुआ. लेकिन कहते है ना जब तक हमें अपने काम से सुकून नहीं मिलता, कुछ और करने का मन करता रहता है. उन्होंने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया और सभी आकारों का महिलाओं का पर्स या क्लच बनाने पर ध्यान केंद्रित किया. यह निर्णय आसान नहीं था, और इसमें उन्हें बहुत शोध, परीक्षण और कड़ी मेहनत लगी. लेकिन निवेदिता की अपने व्यवसाय के प्रति दृढ़ता और जुनून ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की.
"मैंने भीड़ में से अलग निकलने का निर्णय कर लिया था. मैंने हर मोड़ पर संदेह का सामना किया है. कई आपूर्तिकर्ता छोटे ऑर्डर को पूरा करने में हिचकिचाते थे और ऐसे कारीगरों को ढूंढना जो एक नए व्यापार पर मौका लेने के लिए तैयार हों, बहुत मुश्किल था."- निवेदिता ने कहा.
Mahila Money Loan से बढ़ी आगे
निवेदिता की यात्रा आसान नहीं थी. खासकर जब कोरोना महामारी आई. वहीं Mahila Money Loan ने मदद की, जब उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी.
वे कहती है- "यह जैसे ताजी हवा की सांस थी. महिला मनी ने तब मेरा साथ दिया जब समय कठिन था. मैं हमेशा आभारी रहूंगी."
सपनों को साम्राज्य में बदलना
महिला मनी की मदद से, निवेदिता ना केवल आगे बढ़ी बल्कि अपने सपने को पूरा होते हुए भी देखा. उन्होंने अपने व्यवसाय में निवेश किया, अपनी उत्पाद लाइन का विस्तार किया, और अपने लाभ को आसमान तक पहुंचा दिया.
निवेदिता ने 2 लाख का ऋण लिया. जब उन्हें यह संदेश मिला कि उनका ऋण स्वीकृत हो गया है, उन्होंने अपने अगले ऑर्डर के लिए कच्चे माल, सिलाई और मोतियों की नई मशीनें, लैपटॉप और प्रिंटर खरीदे.
ऋण से पहले, निवेदिता मामूली लाभ मार्जिन के साथ गुजर रही थीं. लेकिन फंड की मदद से, उनके लाभ नई ऊंचाइयों पर पहुंचे—सात-आठ प्रतिशत से बढ़कर एक प्रभावशाली पच्चीस प्रतिशत तक पहुंच गए.
वे खुश होते हुए बताती है- "मैं सिर्फ अपने जीवन को जी रही थी, लेकिन आज मेरे व्यापार को इस जगह पर खड़ा देखकर मैं हर दिन खुश रहने लगी हूं."
दिल्ली से दुबई तक
निवेदिता के क्लच केवल दिल्ली में ही नहीं- उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी धूम मचाई. मिज़ोरम की शांत सड़कों से लेकर कनाडा के पॉश बुटीक तक, उनकी क्रिएशन्स तेजी से बिक रही हैं. निवेदिता ने अपनी उत्पाद लाइन का विस्तार किया है और इसी के साथ वे बैंगल और लहंगा बॉक्स भी बनाने लगी हैं.
निवेदिता हर महिला उद्यमी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हई करती है और कहती है- "एक महिला होने के नाते मैंने कभी नीचे देखना सीखा ही नहीं है. और मैं यह जानती हूं कि आप भी ऐसी ही होंगी. हमारे पास आगे बढ़ने और सफल होने की शक्ति है, तो सही समय का इंतजार न करें, बस आज से ही शुरू कर दें. आपको एक चीज़ करनी होगी, वो है कड़ी मेहनत और बाकी सब अपने आप हो जाएगा."
निवेदिता की कहानी प्रेरणादायक है और साथ ही हर व्यक्ति को यह समझाने में भी कि सही संसाधनों और दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है. Mahila Money निवेदिता की #Jioapnedumpe सफलता का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस करती है और अपने उद्यमशील प्रयासों में कई अन्य महिलाओं से मिलने की आशा रखती है.
इस RavivarVicharXMahilaMoney impact series में, हम रुचिता जैसी महिलाओं की कहानियां प्रस्तुत करेंगे, जो ना सिर्फ विकास की दृष्टि रखने वाली उद्यमी महिलाएं है बल्कि वे अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए सक्रिय रूप से काम भी कर रही है.