राजस्थान का एक ख़ूबसूरत शहर है अलवर, जो अपने शाही महलों, झीलों और घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है. यह शहर अपनी विरासत, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के संगम के लिए जाना जाता है. इसी अलवर के खेड़ला गांव में स्थित एक छोटे से घर में पूनम की ई-मित्र केंद्र की शुरुआत हुई.
एक समय था जब पूनम सिर्फ पांचवी कक्षा तक पढ़ी थी, लेकिन उनके पति के सहयोग से उन्होंने दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की. पूनम का सपना था कि वह अपने गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाए. इसी कारण उन्होंने डिजिटल सेवाओं (Digital Services) की दिशा में कदम बढ़ाया और अपने सपनों को नई उड़ान दी.
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शुरू किया ई-मित्र केंद्र ताकि महिलाएं बन सकें आत्मनिर्भर
पूनम ने महसूस किया कि उसके गांव में महिलाओं को कई जरूरी सेवाएं आसानी से नहीं मिल पातीं, और वे घर के पुरुष सदस्यों पर निर्भर रहती हैं. इसे एक अवसर मानते हुए पूनम ने डिजिटल सेवाओं में कदम रखा. शुरुआत में, पूनम ने यूट्यूब ट्यूटोरियल (YouTube Tutorial) और मासिक प्रशिक्षण सत्रों से से सीखा.
पूनम ने अपने घर को एक सामान्य सेवा केंद्र (ई-मित्र केंद्र (E-Mitra Seva Kendra)) में बदल दिया, जहां लोग पैन कार्ड, जॉब कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, और अन्य सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन कर सकते थे. पास के पांच गांवों तक सेवा पहुंचाने के लिए उन्होनें Mahila Money Loan से अपने केंद्र में तकनीकी उन्नति की. अब पूनम डिजिटल साक्षरता और महिला उद्यमिता के क्षेत्र में आदर्श बन गई हैं.
पूनम बताती हैं -
"मैंने यूट्यूब ट्यूटोरियल देखकर और महीने में होने वाली ट्रेनिंग में हिस्सा लेकर अपने घर को ज़रूरी सेवाओं का केंद्र बना लिया. ट्रेनिंग संस्था द्वारा दिए गए टैबलेट और प्रिंटर की मदद से मेरा सामान्य सेवा केंद्र अब समुदाय के लिए महत्वपूर्ण संसाधन बन गया है. मेरा ई-मित्र केंद्र पैन कार्ड, छात्रवृत्ति, जॉब कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड और जनधन केवाईसी जैसे कई सेवाएं प्रदान करता है."
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Mahila Money Loan की मदद से कमाई की दोगुनी
पूनम को जल्द ही एहसास हुआ कि बेहतर सेवा देने के लिए बेहतर उपकरणों की आवश्यकता है. बिजली की अक्सर आने वाली समस्याओं और पुराने प्रिंटर के कारण ग्राहक दूसरे विकल्पों की तलाश में थे. इस परिस्थिति में, पूनम ने एक नई शुरुआत का निर्णय लिया और Mahila Money App के माध्यम से loan के लिए आवेदन किया. उन्होंने 1 लाख रुपये का ऋण प्राप्त किया और अपने व्यवसाय को उन्नत बनाया.
नए उपकरणों की मदद से, पूनम ने अपनी आय में वृद्धि के साथ ही अपने ग्राहकों की वापसी भी सुनिश्चित की. उन्होंने एक रंगीन प्रिंटर, लेमिनेशन मशीन, इन्वर्टर और लैपटॉप खरीदा, जिससे उनके केंद्र की सेवाओं में सुधार हुआ और उनकी कमाई दोगुनी हो गई.
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पूनम की आय में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हुई. पहले जहां वह महीने का ₹5-7 हजार कमाती थी, वहां अब उसकी कमाई ₹10-12 हजार प्रति माह हो गई. पूनम ने अपनी सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाया और अपने केंद्र को पास के पांच गांवों तक विस्तारित किया.
अब पूनम की नजर मुख्य सड़क पर एक दुकान खोलने और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने पर है. पूनम की कहानी न केवल उसके परिवार के लिए बल्कि आसपास के कई अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है.
पूनम की यात्रा हर उद्यमी के लिए बहुत प्रेरणादायक यात्रा साबित हुई है. उनका #JiyoApneDumPe रवैया हर व्यक्ति को प्रेरित करने की दम रखता है. Mahila Money व्यवसाय ऋण प्रदान करने और पूनम जैसी महिला उद्यमियों का समर्थन करने में अग्रणी बने रहने के लिए दिन रात काम कर रहा है.
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