'अर्थवर्क्स इनोवेटिव' (Earthworks Innovative) की शुरुआत करने वाली सूर्या दिनकर (Surya Dinkar) वूमेन एम्पावरमेंट (Women Empowerment) की मिसाल है जो आदिवासी महिला कारीगरों को रोजगार दिलाने के साथ - साथ पर्यावरण मुद्दों पर काम कर रही है। सूर्या का यह एम्पावरमेंट मिशन 19 साल की उम्र में वर्ल्ड मिस यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता (World Miss University Competition) में शांति दूत के रूप में भारत को रिप्रेजेंट करने से शुरू हो गया था .
सूर्या ने मीडिया में करियर बनाते हुए अपने मिशन को एक तरह से आगे बढ़ाया. उनकी ज़िन्दगी में बड़ा मोड़ तब आया जब उन्होंने प्लास्टिक की थैलियों के कारण दम घुटती गाय को देखा और उन्हें बचाने के प्रयास शुरू किये. इसी के चलते वह वाइल्डलाइफ एंड एनवायर्नमेंटल कन्ज़र्वेशन (Wildlife And Environmental Conservation) में समर्थक बन गई. यह वह बीज था जो पेड़ बनकर निकला यूरोप (Europe) में, उस वक़्त एक डच NGO (Dutch NGO) से उन्हें चेन्नई में हो रहे प्लास्टिक प्रदुषण (Plastic Pollution) के बारे में पता चला और उन्होंने पर्यावरण मुद्दों के लिए काम करना शुरू किया .
सूर्या यहीं पर नहीं रुकी और उन्होंने इसे आगे बढ़ाते हुए जानवरों और महिलाओं के लिए अर्थवर्क्स इनोवेटिवेस की शुरुआत की. सूर्या दिनकर ने लोगों का नज़रिया कपड़ो के थैलों के प्रति बदलना शुरू किया. सूर्या ने 3 R, रीड्यूस, रीयूज़, रीसाईकल (Reduce, Reuse, Recycle) को गंभीरता से लिया और नयी पहल शुरू की. कंपनी में 99 % महिला कर्मचारी है. सूर्या और उनकी टीम अब विल्लुपुरम (Villupuram) और पुडुचेरी (Puducherry) में स्वयं सहायता समूहों (self help groups, SHGs) से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं के साथ काम कर रही है जिससे उन्हें फाइनेंसियल सुरक्षा मिल सके.
अर्थवर्क्स इनोवेटिव आदिवासी कारीगरों के साथ
अर्थवर्क्स इनोवेटिव आदिवासी कारीगरों के साथ मिल कर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की गोंड कला (Gond Art), पश्चिम बंगाल (West Bengal) की संथाल कला (Santhal Art) और ओडिशा (Odisha) के पट्टचित्र (Pattachitra) को कपड़ो के थैलों के माध्यम से आज दुनियाभर में प्रकाशित कर रही है. कंपनी के उत्पादों में कपड़े के उपहार रैपर, कोस्टर, अपसाइकल अख़बार उत्पाद और हाथ से पेंट किए गए बैग शामिल है. यह कंपनी होलसेल सप्लाई पर काम करती है, जो कस्टमाईजड कपड़े (Customized Clothes) और जुट बैग (Jute Bag) बनाती है। यह सामान देश भर की महिलाओं द्वारा संचालित फैक्ट्रीज में बनते है. अर्थवर्क्स इनोवेटिव ने अभी तक पुरे भारत और यूरोपीय संघ में ग्राहकों को दस लाख से अधिक बैग की आपूर्ति की हैं जिसमे मल्टिनैशनल कम्पनीज़ (Multinational Companies), सरकारी संगठन (Government Organizations) और NGOs (Non - Governmental Organization) शामिल है.
महिलाओं के लिए उद्योग में टिके रहना आसान नहीं है पर सूर्या की मेहनत और समाज की बेहतरी के लिए कुछ करने की चाह, यही वजह है की वो आज भारतीय कलाकृति को कपड़ो के थैलों के माध्यम से दुनियाभर में प्रकाशित कर रही है. पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूलों और कॉर्पोरेट ऑफिसेस में वर्कशॉप्स आयोजित करती है. सूर्या दिनकर जैसी महिलाएं ही समाज की बेहतरी और महिलाओं को सशक्त बनाने में अपना योगदान दे रही है.