MP के Tribal District Khargone में एक mission और कुछ सामाजिक संस्थाओं ने शहर और आसपास की लड़कियों को मजबूत बनाने और आत्मरक्षा के लिए Martial Art ट्रेनिंग दी.निःशुल्क इस ट्रेनिंग से जहां 300 से ज्यादा लड़कियां trained हुईं, वहीं यह पहल अब चर्चा में है.
सहम कर नहीं शान से चलती हैं अब बेटियां
खरगोन जैसे Tribal Community District में अब सैकड़ों लड़कियां सहम कर नहीं बल्कि शान से अपने स्कूल और संस्थाओं में जाती है.लगभग एक महीने का मार्शल आर्ट सिलेबस को यहां ख़ास कोच ने तैयार कर लडकियों को सिखाया.
इस training में trained हुई पूर्णिमा,वर्षिका बताती हैं-"हम कई बार सोचते थे कि महानगरों में यह सुविधा आसानी से मिल जाती.हमें भी इसकी जरूरत पूरी हुई.कई बार हमने सड़क चलते असामाजिक तत्वों के गंदे कमेंट और छेड़छाड़ का सामना करना पड़ता.कई बार भय बना रहता.निशुल्क मार्शल आर्ट सीखने के बाद हमारा आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया."
ट्रेनिंग के दौरान अपना प्रदर्शन करती खिलाड़ी ट्रेनी (Image: Ravivar Vichar)
एक माह में यहां सीखने वाली लड़कियों की संख्या बढ़ गई. कई सामाजिक संगठन भी जुड़ते चले गए.
इन बच्चियों के अभिभावकों का कहना है-"हर जगह पुलिस प्रशासन और सटाफ सिमित है.ऐसे में हमारे ही बच्चियों को trained करना जरुरी था.हमें ख़ुशी है कि यह व्यवस्था मध्यमवर्गीय परिवारों को निःशुल्क मिली."
Motivational Speech सुन दुगना हुआ उत्साह
शहर के कई सामाजिक संगठन इस ट्रेनिंग से जुड़ते चले गए. यहां न केवल Martial Art बल्कि क्लास खत्म होने पर motivational speech भी दी गई.इससे यहां सीखने वाली लड़कियों का उत्साह दुगना हो गया.
इसी camp में शामिल प्रियांशी गुप्ता और कोमल रघुवंशी कहती हैं-"हमें इस ट्रेनिंग में Martial Art के अलावा कई ऐसी बातें सीखने को मिली जो जिसकी जानकारी हमें नहीं थी.खासतौर पर साइबर क्राइम से जुड़ी जानकारियां.हम और लड़कियों को भी मोटिवेट करेंगीं."
motivational speech के दौरान बैठी लड़कियां (Image: Ravivar Vichar)
सामाजिक संस्था के प्रमुख और कैंप आयोजक Raju Sharma कहते हैं-"यह हमारी संस्था का ट्रेनिंग दिलवाते दूसरा साल है.हमने special coach के द्वारा यह निःशुल्क कैंप रखा.समाज में बदलती परिस्थति और बढ़ते अपराधों के बीच यह पहल की.मार्शल आर्ट के अलावा लड़कियों को खुद की सुरक्षा और हो रहे फ्रॉड से सतर्क रहने के लिए भी समझाया."
इस camp की खास बात यह रही कि दूसरी संस्थाओं ने भी इन बच्चियों के लिए निःशुल्क healthy diet और milk उपलब्ध करवाया. इस camp के Special Coach National Player Suarj Pal ने बताया-"यहां सीखने आने वाली लड़कियों में बहुत उत्साह था.Martial Art में ख़ास self defence के अलावा लाठी चलना भी सिखाया.motivational class में साइबर क्राइम, मोबाइल गैलरी फोटो शेयरिंग,अनजान कॉल्स और बहकावे में न आने जैसे टिप्स दिए गए.ख़ुशी है कि हमारा यह mission सफल रहा."
इस Camp में 10 साल से लगाकर 20 साल की लड़कियां शामिल हुईं.यहां तक कि कुछ महिलाओं ने इस कैंप में हिस्सा लिया.
Martial Art National Matches में Referee और Expert Coach Suraj Pal कई संस्थाओं में निःशुल्क training दे चुके.इस camp में Ravi Chauhan भी शामिल हुए,जिन्होंने Training दी.