स्वयं सहायता समूह भारत के सबसे शक्तिशाली चैनल है, जो ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आजीविका देने के लिए बनाये गए है. Self Help Groups महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वावलंबी बनाने का महत्वपूर्ण जरिया हैं. सरकार भी सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं और प्रयास कर रही है. समूह के तहत उत्कृष्ट उत्पादन, स्थानीय कला और शिल्प को बढ़ावा दिया जा रहा, जिनकी आज काफी डिमांड है. SHGs को अगर जरुरत हैं, तो बस अपने उत्पादन को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए स्थान की.
SHGs के प्रोडक्ट्स को मिलेगी ग्लोबल पहचान
महिला SHGs की इन्हीं जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दृष्टिकोण के अनुरूप " एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया " (AAI) ने हवाई अड्डों पर self help groups के लिए स्थान अलॉट किया गया है. जहां SHG महिलाओं, कारीगरों और शिल्पकारों के प्रोडक्ट्स को विकसित करने और उसकी मार्केटिंग के लिए, एयरपोर्ट पर ही जगह अलॉट की गई है. जिससे स्थानीय कला को ग्लोबल पहचान बनाने में मदद मिलेगी.
SHGs को पंद्रह दिनों के लिए मिलेगी जगह
"अवसर " (Airports As Venue For Skilled Artists Of The Region, AVSAR) योजना के अंतर्गत, हर AAI ऑपरेटेड एयरपोर्ट पर 100-200 वर्ग फीट का क्षेत्र निर्धारित किया गया है. यह जगह SHGs को 15 दिन के लिए दी जाएगी. जहां वह अपने प्रोडक्ट्स को राष्ट्रीय और अंतर-राष्ट्रीय यात्रियों के सामने प्रदर्शित करेंगी. Self help group को नए बाजार और ग्राहकों के साथ मिलने का मौका मिलेगा, इससे उनके प्रोडक्ट्स की डिमांड भी बढ़ेगी.
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कई एयरपोर्ट्स पर पहले से ही, ऐसे आउटलेट्स बने हुए है, जैसे चेन्नई (Chennai), अगरतला (Agartala), देहरादून (Dehradun), कुशीनगर (Kushinagar), और अमृतसर (Amritsar), जहां स्थानीय SHG महिलाएं देशी प्रोडक्ट्स जैसे पैकेज्ड पापड़, अचार, बांस के बने बैग/बॉटल/लैंप सेट आदि हवाई यात्रियों को प्रदर्शित कर बेच रहीं है.
राज्य सरकार की मदद से, अब और भी एयरपोर्ट्स, रांची (Ranchi), कोलकाता (Kolkata), इंदौर (Indore), भोपाल (Bhopal), मदुरई (Madurai), सूरत (Surat), भुवनेश्वर (Bhubaneswar), रायपुर (Raipur) के SHGs को जगह अलॉट करने का काम शुरू किया जायेगा.
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महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
एएआई की यह पहल SHGs के लिए सकारात्मक कदम है, जो समूह की महिलाओं को आर्थिक वृद्धि देने के साथ सशक्त बनाएगा और उनके उत्पादों को ग्लोबल पहचान दिलाने में मदद करेगा. जिससे महिलाओं को नई पहचान के साथ उन्हें और विकसित होने का मौका मिलेगा. इससे SHG women के जीवन में सुधार होगा और उन्हें व्यापारिक और सांस्कृतिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा.
SHGs, देश के ऑर्गेनाइज़्ड सेक्टर के विकास में अहम् भूमिका निभा रहे है. सरकार भी इन समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में निरंतर समर्थन कर, उनके नये उद्योगों और व्यापारिक अवसरों को पहचान दिलाने में सहायता देने के लिए नई-नई योजनएं बना रहीं है.