बैंक ऑफ़ इंडिया (Bank Of India) SHG महिला समूहों को लोन देकर महिलाओं की आर्थिक आज़ादी बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इस सरकारी बैंक का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को फाइनेंसियल सहायता देकर, उन्हें सशक्त बनाना है. बैंक शाखाओं के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में लोन की सुविधा दी जाती है. लोन में महिलाओं के पास व्यापार लोन (Business Loan), हाउस लोन (House Loan), माइक्रो लोन (Micro Loan) जैसे ऑप्शंस होते है. लोन (Loan) लेने के लिए महिला समूह (Women SHG) को आवेदन करना होता है, जिससे उन्हें व्यवसाय को शुरू करने के लिए फाइनेंसियल हेल्प मिल जाती है.
छह लाख का लोन
झारखण्ड (Jharkhand) के मेदिनीनगर (Medininagar) में, बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने “मेगा क्रेडिट कैंप” (Mega Credit Camp) लगाया गया. जिसका उद्देश्य सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (Self Help Groups) की महिलाओं को वित्तीय सहायता देकर, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. बैंक ने SHGs को छह-छह लाख रूपए का लोन दिया. कैंप में मुख्य अथिति पलामू (Palamu) के डीडीसी (DDC), मेदिनीनगर नगर निगम के नगर आयुक्त रवि आनंद ने उद्धघाटन किया. उन्होंने बैंक के पदाधिकारियों के साथ मिलकर SHG महिलाओं को चेक बांटा साथ ही स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया. कैंप में बैंक ऑफ़ इंडिया के डीजीएम (DGM) एनके दास भी मौजूद थे.
SHG महिलाएं सीएलएफ (CLF) लोन की मदद से आसानी से व्यवसाय शुरू कर अपनी आर्थिक आज़ादी के साथ स्वावलंबना की क्षमता को बढ़ा रहीं है. SHGs महिलाओं को दिन ब दिन जागरूक और आत्मनिर्भर होने में मदद कर उन्हें तरक्की की ओर आगे बढ़ा रहें है.