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Image - Ravivar Vichar
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भारत के ग्रामीण इलाकों में, खासकर झारखंड जैसे राज्यों में, महिलाएं (female farmers) कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. लेकिन अक्सर, उन्हें आधुनिक तकनीकों, बेहतर बीजों और जरूरी संसाधनों तक पहुंच नहीं होती. इसके कारण, उनकी कृषि उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे उनकी आय और जीवन स्तर पर भी असर पड़ता है. अधिकांश समय, इन महिलाओं को उनके काम के लिए उचित मान्यता और समर्थन नहीं मिलता, जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक विकास बाधित होता है.
इसके अलावा, पारंपरिक कृषि पद्धतियों के कारण, वे कई बार climate changes के नकारात्मक प्रभावों का सामना करती हैं. इस प्रकार, इन महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियां उनकी आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की दिशा में बड़े अवरोध के रूप में उभरती हैं.
इसी चुनौती को दूर करने के लिए Bayer ने अपनी 'Better Life Farming' (BLF) पहल से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इस पहल के माध्यम से, महिला किसानों को ना केवल आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी जा रही है, बल्कि उन्हें बेहतर बीज और संसाधन भी प्रदान किए जा रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप, महिलाओं द्वारा किए जा रहे कृषि उत्पादन और आय, दोनों में वृद्धि हुई है.
'Better Life Farming' पहल की सफलता बयान करती है Pushpa Kushwaha की कहानी. Hazaribagh, Jharkhand से आने वाली पुष्पा ने इस पहल के साथ जुड़कर ना केवल अपने जीवन को बदला, बल्कि अन्य 3,000 महिला किसानों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाया है.
आज, जब भारत की 85% ग्रामीण महिलाएं कृषि में काम करती हैं, उन्हें विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. पुष्पा की यह पहल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ ही समाज में उनकी आवाज़ को भी मज़बूत कर रही है. इस पहल के तहत मिलने वाले मार्केट एक्सेस और स्ट्रेटेजिक सहायता ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाया है. आज अपने परिवारों के लिए ये महिलाएं एक बेहतर जीवन निर्माण करने में मदद कर रहीं है.
Pushpa Kushwaha जैसी महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियां दिखाती हैं कि कैसे 'Better Life Farming' पहल ने भारत की महिलाओं को उनके सपनों को साकार करने में मदद की है. Bayer की इस पहल के माध्यम से, झारखंड के किसानों को नई उम्मीदें और अवसर मिले हैं, जिससे उनकी जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन आया है.
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