भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) आज पुरे भारत में धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है. देश के हर राज्य के लोगों में उत्साह है. सरकार के द्वारा चलाये गए " हर घर तिरंगा अभियान " (Har Ghar Tiranga Abhiyan) में हर राज्य, हर शहर, हर जिला, हर गांव आगे बढ़कर हिस्सा ले रहे है. " आज़ादी का अमृत महोत्सव " (Amrit Mahotsav Of Independence) में महिलाएं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहीं है.
हर घर तिरंगा अभियान के तहत SHG बना रहे तिरंगा
ऐसी ही एक पहल ओडिशा (Odisha) के गंजाम (Ganjam) जिले में भी हर घर तिरंगा मुहीम के अंतर्गत, मिशन शक्ति सेल्फ हेल्प ग्रुप (Mission Shakti SHG) की अध्यक्ष झिली मोहराना (Jhili Mohrana) ने सदस्यों के साथ मिलकर 15 अगस्त (15 August 2023) के लिए National Flag बनाए. झिली की तरह ही जिले में 1700 महिलाएं SHGs से जुड़कर, चार लाख राष्ट्रध्वज सिल कर बनाए, जिससे महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ, उनकी आमदनी भी हुई. नेशनल फ्लैग्स बनाने के लिए उन्हें कपड़े उपलब्ध कराये गए थे. इन नैशनल फ्लैग्स को सरकारी भवनों और घरों में लगाया गया. पिछले साल भी जिले में Self Help Groups की करीब 700 महिला सदस्यों ने ढाई लाख के आसपास तिरंगे सिल कर तैयार किए थे.
SHG महिलाओं को मिला सम्मान
इसी तरह केंद्रपाड़ा (Kendrapara) जिले के डेराबीश (Derabeesh) ब्लॉक के गोलरहाट (Golarhaat) की SHG महिलाएं भी तिरंगा बनाकर, अपनी आजीविका कमा रहीं है. ग्रामीण उत्पादन समूह (Gramin Utpadan Samuh) में हिन्दू और मुस्लिम महिला सदस्यों ने एक लाख तिरंगे बनाए है. साथ ही उन्हें ओडिशा सरकार (Odisha Government) के मिशन शक्ति विभाग (Mission Shakti Department) की तरफ से, स्कूल और कॉलेज के ड्रेस, महिलाओं के कपड़े और सिलाई से रिलेटेड अन्य कामों में उनके ट्रैक रिकॉर्ड के लिए, उन्हें सम्मानित भी किया गया. समूह से जुड़ी सरीफा बताती है कि, समूह से जुड़कर, उन्होंने सिलाई की ट्रेनिंग ली और आज वह प्रतिदिन 500 तिरंगे सिल रहीं है और अपनी आजीविका कमा रही है.
स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक आज़ादी दिलाने के लिए हर राज्य सरकार अपने-अपने राज्यों में SHGs को तिरंगा बनाने के लिए महिलाएं को कपड़े दिए. जिससे महिलाओं को स्वतंत्रता दिवस के दिन रोजगार के साथ आर्थिक स्वतंत्रता भी मिली है. SHGs महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है.