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प्रधानमंत्री ने देशभर में दो करोड़ महिलाओं की वार्षिक आय को एक लाख रुपये से अधिक पहुंचाने का महत्वपूर्ण लक्ष्य तय किया था, पर कल के Interim budget में Finance Minister Nirmala Sitaraman ने 2 करोड़ के target को 3 Crore महिलाओं से बड़ा दिया है और उत्तर प्रदेश ने इस अनूठी पहल का अभिनंदन किया है.
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने पिछले वर्ष self help group से जुड़ी 75 लाख सदस्यों का Ministry of Rural Development के Lakhpati Didi App पर आय के स्रोतों का सर्वे किया.
इस सर्वे के परिणामस्वरूप, यूपी में लगभग 10.46 लाख महिलाएं Lakhpati Didi की श्रेणी में आती हैं, जबकि 18.47 लाख सदस्यों की वार्षिक आय रुपये 61 हजार से एक लाख रुपये के बीच है और 33.15 लाख सदस्यों की वार्षिक आय रुपये 25 हजार से 60 हजार रुपये के बीच है. इसमें यह भी सामने आया है कि 14 प्रतिशत वृद्धि के साथ, उत्तर प्रदेश ने अपने लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाया है.
महिलाओं को कृषि आजीविका, गैर-कृषि आजीविका, टेक होम राशन प्लांट, बैंक सखी, विद्युत सखी, आजीविका सखी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, दुग्ध विकास से संबंधित बलिनी, काशी और सामर्थ्य महिला दुग्ध उत्पादक कंपनियां, बदायुनी महिला उत्पादक कंपनियां, महिलाओं की हस्तशिल्प कंपनियां, पंचायती राज, उद्यान विभाग, और कृषि विभाग के साथ मिलकर, अभिसरण के माध्यम से महिलाओं को आजीविका के स्रोत प्रदान किए जाएंगे.
दीपा रंजन-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक ने बताया कि- "वर्तमान में 61 हजार से एक लाख के बीच आने वाली ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने के लिए योजना बनाई गई है. इसके तहत, 168 मास्टर ट्रेनर और 36 हजार सामुदायिक कैडर्स को इस महत्वपूर्ण योजना के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है."
इस प्रयास के माध्यम से, महिलाओं की आजीविका में सुधार होने का दृष्टिकोण उजागर हो रहा है, और उन्हें सकारात्मक रूप से समृद्धि की दिशा में बढ़ने का सामर्थ्य मिल रहा है.