कहते है दुनिया में सबसे बड़ा धन परिवार है. परिवार जब तक साथ खड़ा है, दुनिया की कोई भी ताकत आपको हरा नहीं सकती. कितना अच्छा लगता है ना! जब आप कड़ी मेहनत और लगन से कुछ करें और घर के बड़े आपको रोकने के बजाय आपका साथ दें. ऐसा लगता है मानो दुनिया के सबसे खुशकिस्मत शख्स बस आप ही हो.
यही सोच को जब हम बड़े स्तर पर देखे तो भारत हमारा एक घर है. यहां रहने वाले लोग हमारा परिवार. पर इस परिवार के मुखिया होते है हमारे द्वारा चुने गए लोग. जब विकास की ओर बढ़ने में यह मुखिया हमारा साथ दे, फिर तो सफलता शत प्रतिशत निश्चित है. यह बात मैं नहीं बल्कि Self Help Groups (SHG Women) की उन औरतों का हौसला बोलता है जो हाल ही मैं Lok Sabha Speaker Om Birla की कोटा (Kota) यात्रा का हिस्सा बनीं.
महिलाओं में entrepreneurship को बढ़ावा देना है Om Birla का मकसद
महिलाओं के बीच entrepreneurship को बढ़ावा देने के लिए Lok Sabha Speaker Om Birla द्वारा एक अनोखा कदम उठाया. उन्होंने 'Tiffin With Didi' कार्यक्रम को संबोधित कर Rajeevika से जुड़ी महिलाओं के साथ बैठकर भोजन किया. अपने टिफिन का खाना महिलाओं के साथ बांट उन्होंने महिलाओं द्वारा लाया खाना भी खाया. इस बीच महिलाओं ने उनकी सफलता की कहानियां सुनाई और भविष्य के सपनों के बारे में बताया. Om Birla ने भी इन महिलाओं की हर इच्छा पूरी करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया.
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देश में बड़े बदलाव के लिए महिलाओं का सशक्त होना ज़रूरी
कार्यक्रम में महिलाओं से बातचीत करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को हासिल करने एवं बड़े बदलाव के लिए महिलाओं का आत्मनिर्भर और सशक्त होना जरूरी है. वर्तमान में महिलाएं SHGs के माध्यम से जो कार्य कर रही हैं, उन्हें और अधिक productive बनाने पर हमें काम करना होगा. महिलाओं के नेतृत्व में प्रत्येक गांव में मसाला, साबुन, अगरबत्ती, पापड़, अचार, कपड़े आदि के उत्पाद को बढ़ावा दिया जायेगा. महिलाओं में कौशल विकास से लेकर मशीनों और कच्चे माल की उपलब्धता, उत्पादन, पैकेजिंग और मार्केटिंग को पूरा सहयोग दिया जाएगा. साथ ही गांवों में उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञों को लाया जाएगा.
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि महिला उद्यमिता में आगे बढ़ती है तो घर की जिम्मेदारियां भी बखूबी निभाती है. महिलाओं को आगे बढ़ने के जितने अधिक अवसर मिलेंगे, उतना ही वे देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकेंगी. कई महिलाओं ने मंच पर अपने स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की यात्रा और सफलता के बारे में बताया. इन महिलाओं ने मसाला मिल, साबुन, अगरबत्ती, कपड़ा व्यवसाय समेत विभिन्न प्रकार के उद्यम कर आर्थिक आज़ादी हासिल की. स्पीकर बिरला ने सभी की सराहना की और कहा कि यह कहानी हर महिला तक पहुंचनी चाहिए ताकि उन्हें भी प्रेरणा मिल सके.