राष्ट्रपति मुर्मू का Meghalaya की 20,000 SHG महिलाओं को संबोधन

हाल ही में, राष्ट्रपति मुर्मू ने Tura के Baljek Airport पर मेघालय सरकार (Government of Meghalaya) द्वारा आयोजित Self Help Group Program (SHG Program) में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने SHGs की करीब 20,000 महिलाओं को संबोधित किया.

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विधि जैन
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Draupadi Murmu with SHGs in Meghalaya

Image - Ravivar Vichar

हम खुद के लिए सफलता की खोज तब तक नहीं कर सकते जब तक अपने साथ के लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए कुछ ना करें. हमारे सपने और उम्मीदें इतने बड़े होने चाहिए कि उनमें ना सिर्फ हमारी बल्कि दूसरों कि भी ज़रूरतें शामिल और पूरी होने की योग्यता रखती हो. यही सोच है भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की भी. और उनकी यही सोच झलकती है उनके हर संबोधन में.

हाल ही में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने Tura के Baljek Airport पर मेघालय सरकार (Government of Meghalaya) द्वारा आयोजित Self Help Group Program (SHG Program) में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने SHGs की करीब 20,000 महिलाओं को संबोधित किया.

साझा किया SHG महिलाओं का अनुभव

CM Conrad Sangma की सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, राष्ट्रपति मुर्मू ने Meghalaya के विभिन्न SHGs (Meghalaya SHGs) के बारे में बात की. राष्ट्रपति मुर्मू ने बताया कि सभी महिलाएं कमाई शुरू करने और परिवार में आर्थिक योगदान देने के बाद अधिक खुश और संतुष्ट हैं. वही ऊर्जा और ख़ुशी उन्हें कार्यक्रम में शामिल महिलाओं में भी दिखी. SHGs हमारी एकता को दर्शाते है क्योंकि यहां महिलाएं समूहों में आती हैं और खुद को सशक्त बनाती हैं. साथ ही सरकार, बैंकों और अन्य संस्थानों से वित्तीय सहायता प्राप्त करती हैं. सरकार की लखपति दीदी जैसी पहलों का उद्देश्य "ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural Economy) में ज़रूरी बदलाव लाना और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देकर ग्रामीण लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है." राष्ट्रपति ने SHGs की कहानियां सुनीं और स्टालों  का दौरा करते हुए विकास के लिए सुझाव भी दिए.

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Meghalaya में लगभग 10 गुना बढ़े SHGs

2018 में मेघालय में 4,600 से भी कम SHGs थे. केवल 5-6 वर्षों में ही, इन समूहों की संख्या लगभग 10 गुना बढ़कर 45,000 के करीब हो गयी है. हर ग्रामीण परिवार से कम से कम एक महिला किसी SHG का हिस्सा है.

राष्ट्रपति मुर्मू का मानना है कि महिला नेतृत्व वाले विकास का विचार तभी लागू हो सकता है जब महिलाओं को अपनी पसंद लागू करने की आज़ादी मिले. और आर्थिक आत्मनिर्भरता निश्चित रूप से महिलाओं में बेहतर आत्मविश्वास लाती है.

इसके बाद, राष्ट्रपति मुर्मू ने 25 करोड़ रुपये का Community Investment Fund और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए 32 करोड़ रुपये के loan के वितरण में भाग लिया.

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