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नीमच के धनेरिया कला गांव में समूह की महिलाएं जल कर वसूली करती हुईं (Image: Ravivar Vichar)
नीमच के धनेरिया कला गांव में समूह की महिलाएं जल कर वसूली करती हुईं (Image: Ravivar Vichar)
MP में जल्दी ही Nal Jal Yojana की व्यवस्था self help group से जुड़ीं महिलाओं के पास होगी.CM Dr.MohanYadav ने निर्देश जारी कर दिए.ऐसा माना जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में पेयजल को लेकर महिलाओं को भटकना नहीं पड़ेगा.
पूरे प्रदेश में एक साथ यह व्यवस्था की शुरुआत होगी.
मध्य प्रदेश शासन की इच्छा है कि गांवों में नल जल की कमान self help group की महिलाएं संभालें. फिलहाल लगभग 63 प्रतिशत घरों में नलों से समय से पानी मिले.हाल ही में Chief Minister Dr.Mohan Yadav ने निर्देश दे दिए. जल मिशन के अंतर्गत यह अभियान चलाया जाएगा. इस संदर्भ में मिशन से जुड़े अधिकारी इस प्रोजेक्ट को तैयार कर रहे.
CM Dr.Mohan Yadav ने कहा-"प्रदेश में जो स्वयं सहायता समूह बेस्ट परफॉर्मेंस देंगे,उनको पुरस्कृत भी किया जाएगा.साथ ही गांव की सामाजिक संगठन के साथ मिलकर जनजागृति अभियान भी चलाए जाएंगे. पेयजल की आसान पहुंच के लिए छायादार क्षेत्र में जल स्त्रोत रखें जाएंगे."
CM DR.Mohan Yadav
पाइप लेने और अन्य संसाधन को सुरक्षित रखने का भी सुझाव दिया.
मवेशियों के पानी की भी पूरी व्यवस्था रखने के लिए भी मुख्यमंत्री यादव ने कहा.
प्रदेश में नल जल कर वसूली को लेकर कई स्वयं सहायता समूह की महिलाएं चर्चा में है.इन समूहों ने कई सालों की पेंडिंग वसूली भी कर व्यवस्था को फायदे में लाईं. इसमें नीमच,बुरहानपुर सहित कई जिले के गांव यह व्यवस्था संभाले हुए है.
अभी भी कई जिलें में गर्मी के महीनों में महिलाओं को नल कनेक्शन होने के बावजूद पीने के पानी के लिए भरी मशक्क्त करना पड़ती है. धार जिले में स्वयं सहायता समूह की अनीता काग ने कहा-"यदि प्रदेश में यह व्यवस्था लागू होती है तो महिलाओं को प्रबंधन सीखने का जहां मौका मिलेगा वहीं पानी की समस्या से भी निजात मिल सकेगी."
इस काम से मिलने वाले कमीशन का लाभ भी समूह की महिलाओं को ही मिलेगा ,इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा . आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी .