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MP के Balaghat जिले में SHG की महिलाओं में नए रोजगार को लेकर उत्सुकता बनी हुई है.इस बार भी ये समूह की महिलाएं जिले के होस्टल्स में सामान सप्लाई करेंगी.इस काम के लिए और महिलाओं के समूह को अधिकार देने के लिए जिला प्रशासन और आजीविका मिशन के अधिकारी प्रक्रिया कर रहे.
बालघाट जिले में मिशन से जुड़ी self help group की महिलाएं होस्टल्स में मसाला,चाय पत्ती से लगाकर फिनाइल तक सप्लाई कर सकती हैं.
Ajeevika Mission के DPM Virendra Tidake कहते हैं-"जिले में जी समूह की महिलाएं खुद मसाला पैकेजिंग,साबुन और फाइनल जैसे प्रोडक्ट्स बना रहीं,उनकी कमाई बढ़ने के लिए होस्टल्स में सप्लाई का मौका दिया जा सकता है.जल्दी ही होस्टल्स में स्टूडेंट्स के एडमिशन के साथ यह काम दिया जाएगा.ऐसे समूह और होस्टल्स को चिन्हित किया जा रहा."
पिछले सत्र में जिले के 12 स्कूल्स में 5 SHG को यह काम मिला.इस काम से समूह की महिलाओं को सीधा लाभ मिला था. इन महिलाओं ने पिछले साल ajeevika salt pack दिए थे.
पिछले साल से जुड़ीं समूह की अनीता केलकर,किरण पंचभावे और प्रीति आदि ने बताया-"हमने 6 एकलव्य स्कूल्स में 6.25 किलो नमक सप्लाई किया.इसके अलावा दूसरे छात्रावासों में भी ढाई किलो नमक सप्लाई किया.हम चाहते हैं कि इस सत्र में और अधिक काम मिले जिससे हमें और अधिक आर्थिक सहायता मिल सके."
इन समूहों में सरस्वती,पुष्पा डोंगरे,नगमा खान,बसंती लिल्हारे, कुरेशा बेगम, वंदना मेश्राम, मनीषा, अंजलि और रोधनी बिसेन भी शामिल रहीं.
समूह द्वारा हॉस्टल में नामक पैकेट देते हुए (Image: Ravivar Vichar)
इनमें से कई समूह की महिलाओं ने एकलव्य स्कूल में कैटरिंग का काम भी किया. 6 स्कूल्स में यह काम दिया गया.
पिछले साल इस प्रोजेक्ट से जुड़ीं देवी महिला ग्राम संगठन गोंगलई और परसवाड़ा के दीपदान समूह की महिलाओं ने बताया -"हमने स्कूल में कैटरिंग का काम संभाला.इस बार भी मौका मिलता है तो हम यह काम करेंगे."
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