किसी ने सच ही कहा है कि जब एक महिला सशक्त होती है, तो पूरा समाज सशक्त होता है. एक सशक्त महिला अपने साथ परिवर्तन की एक लहर लाती है, जिससे उसके परिवार, समुदाय और अंततः समाज का भविष्य उज्ज्वल होता है. यह सशक्तिकरण (women empowerment) ना केवल आर्थिक स्वतंत्रता के माध्यम से, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और समान अधिकारों के ज़रिए भी हो सकता है. जब हम महिलाओं को उनके सपने साकार करने का मौका देते हैं, तो हम एक ऐसे समाज की नींव रखते हैं, जो न्याय, समानता और समृद्धि पर आधारित होता है.
इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए, Telangana के Chief Minister A Revanth Reddy ने समाज के सच्चे नायक के रूप में एक कदम उठाया. उन्होंने एक ऐसा वादा किया है जो सिर्फ हजारों या लाखों की नहीं, बल्कि एक करोड़ महिलाओं की जिंदगी को बदलने की क्षमता रखता है. उन्होंने संकल्प लिया कि वे अगले पांच वर्षों में स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups - SHGs) से एक करोड़ महिला सदस्यों को जोड़ उन्हें “करोड़पति” बनाएंगे. यह संकल्प और सोच हमारे समाज में एक नई आशा की किरण के रूप में उजागर होगी.
SHGs से जुड़कर महिलाओं को मिलेगी वित्तीय स्वंत्रता
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए 'Mahila Shakti' नीति के उद्घाटन के अवसर पर हैदराबाद (Hyderabad) में Women SHGs की एक सभा को संबोधित करते हुए, CM Reddy ने राज्य की 'Stree Nidhi' पहल और बैंकों के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त ऋण को मंजूरी देने की घोषणा की.
CM Reddy ने कहा कि राज्य के 6 लाख SHG से जुड़ी 65 लाख महिलाओं ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करते हुए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार किए, और फिर भी उनके उत्पादों को बेचने के लिए कोई मंच नहीं था. इस समस्या का हल ढूंढते हुए उन्होंने कहा, "आने वाले महीनों में, महिला SHGs के लिए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए सरकार Shilparamam के पास 100 stalls लगाएगी." साथ ही, सरकार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उनके उत्पादों को बढ़ावा देने और विपणन करने के लिए भी नए रास्ते खोलेगी.
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हर महिला के सपनों को मिलेगी उड़ान
SHGs के महत्व को समझते हुए CM Reddy ने SHG सदस्यों की संख्या मौजूदा 65 लाख से बढ़कर 1 करोड़ करने का भी वादा किया. जिसके लिए राज्य सरकार हर मुमकिन प्रयास करेगी और उन्हें पांच साल में 'करोड़पति' बनाने की ज़िम्मेदारी लेगी.
Telangana CM की इस पहल से महिलाओं को उनके सपनों की ओर एक कदम बढ़ाने का मौका मिलेगा. यह उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उनकी और उनके परिवारों की जिंदगियों में एक सकारात्मक बदलाव लाएगी. SHGs के माध्यम से महिलाएं वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकेंगी. इसके साथ ही उन्हें अपने विचारों और सपनों को साकार करने का मंच भी मिलेगा.
यह पहल सिर्फ आर्थिक सशक्तिकरण तक सीमित नहीं है. यह महिलाओं को समाज में एक मजबूत स्थान दिलाने के लिए उन्हें शिक्षित करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने का एक अवसर है. इस वादे की सफलता सिर्फ कागजों पर नहीं बल्कि हमारे समाज के हर घर में देखने को मिलेगी जब हर महिला, हर बेटी, हर मां अपने सपनों को पंख लगाकर उड़ान भरेगी.
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सिर्फ एक वादा नहीं, उम्मीदों की एक नई सुबह
कल्पना कीजिए, जब एक करोड़ महिलाएं अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे आएंगी, तो हमारा समाज का कितना विकास होगा. ये महिलाएं ना केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवारों और समुदायों के लिए भी एक मिसाल बनेंगी.
इस पहल के माध्यम से, CM Reddy ने हमें यह दिखाया है कि सच्ची leadership क्या होती है. यह घोषणा सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि उम्मीदों और सपनों की एक नई सुबह है. इससे केवल तेलंगाना ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए एक नया मानक स्थापित होगा.