तेलंगाना (Telangana) में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) के लिए अलग से भवन निर्माण की बात कर वर्तमान सरकार ने भी इशारा कर दिया कि उनकी नज़र पूरी तरह महिला वोटर्स (Female Voters) पर है. सभी सर्वे एजेंसी भी इस बात को मान रहीं कि महिलाओं के वोट ही जीत-हार का फैसला करेंगे.
रोजगार, एजुकेशन और सेफ्टी की चाहत
इस बार तेलंगाना (Telangana) की महिलाएं रोजगार, एजुकेशन और खुद की सेफ्टी की बाद कर रहीं हैं. सर्वे एजेंसी ने युथ से लगाकर SHG की महिलाओं से बात की. पहले बार वोट डालने वाली कॉलेज की स्टूडेंट पल्ली कहती है- "एजुकेशन को सिर्फ किताबी ज्ञान तक सिमित न रखा जाए. मैं पहले बार वोट करूंगी, इससे बहुत उत्साह है."
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हैदराबाद के 'वॉयस फॉर गर्ल्स' की सोशल वर्कर ग्रीष्मा सीटेली कहती हैं- "एक मतदाता के रूप में मैं चाहती हूं, सरकार जो भी आए उसे महिलाओं की शिक्षा के बेहतर काम करना होगा।"
वादों में महिला फर्स्ट
पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र में राज्य की सभी पात्र महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपए का भत्ता और 400 रुपए में गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) देने का वादा किया। महिला वोटर्स (Female Voters) के लिए तेलंगाना चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा, रोजगार के अवसर जैसे कुछ ऐसे अहम मुद्दे हैं. स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं का कहना है कि उन्होंने अभी तक खुद के दम पर स्टेट को अलग पहचान दिलाई. हमें अपने प्रोडक्ट्स के लिए बेहतर मार्केटिंग और दाम मिलना चाहिए. SHG की महिलाओं को लोन मिलने में आसानी हो, यह भी एक बड़ा मुद्दा है.
46 लाख से ज्यादा SHG का असर
तेलंगाना (Telangana) चुनाव आयोग (Elaction Commission) के अनुसार इस बार विधान सभा (Vidhan Sabha) चुनाव में 119 सीटों के लिए 3 करोड़ 06 लाख 42 हजार 333 वोटर्स हैं. इनमें 1 करोड़ 53 लाख 73 हजार 066 Male Voters हैं जबकि 1 करोड़ 52 लाख 51 हजार 792 Female Voters हैं. इनमें 4 लाख से अधिक वोटर्स सबसे कम उम्र यानि 18 से 19 साल के हैं, जो पहली बार वोट करेंगे.
इस राज्य में 46 लाख 88 हजार 347 सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) हैं. जिनके परिवार तेलंगाना में हार-जीत का फैसला कर सरकार गठन में ख़ास भूमिका निभाएंगे. यही वजह सभी पार्टियों के लिए SHG सबसे ख़ास है.