2024 के लोकसभा चुनाव में घमासान चरम पर है.प्रमुख पार्टी भाजपा और कांग्रेस ने जारी किए अपने Manifesto में महिलाओं को ज्यादा फोकस किया.यदि योजनाओं को पढ़ेंगे तो महिलाओं के इर्द-गिर्द ज्यादा नज़र आ रही. इस घोषणा पत्र को भाजपा ने संकल्प-पत्र कहा.कांग्रेस ने न्याय-पत्र कह कर सार्वजनिक किया.
घोषणा पत्रों में मतदाता की नब्ज़ और महिलाओं का वंदन !
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखें नज़दीक है वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों द्वारा जारी घोषणा पत्र में मतदाताओं की नब्ज़ पर हाथ धरा.पार्टी चाहे कोई सी भी हो और घोषणा पत्र को संकल्प-पत्र कहें या न्याय-पत्र, मतदाताओं में महिलाओं का वंदन ख़ास फोकस किया गया.
पहले भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों ने जिस संकल्प-पत्र को जारी किया,उसमें 'नारी वंदन अधिनियम' जारी करने की बात कही. इसके अलावा Self Help Group को और मजबूत करने के साथ देशभर में 3 करोड़ महिलाओं को Lakhapti didi बनाने की बात दोहराई. साथ ही सर्विस सेक्टर में जोड़ने की बात जोड़ महिलाओं को और आत्मनिर्भर बनाने की बात कह दी.पार्टी को पता है देश में 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं SHG में काम कर रहीं.
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Ujjwala Scheme में मुफ्त गैस कनेक्शन से दिल जीतना चाहा.यही नहीं बिजली की बढ़ती कीमतों के साथ 'सूर्य घर' योजना को बढ़ावा दिए जाने और बिजली बिल ज़ीरो का कॉन्सेप्ट भी दिया. महिलाओं में खतरनाक बीमारी ब्रेस्ट कैंसर,सर्वाइकल कैंसर जैसी बीमारी को लेकर ख़ास ध्यान देने को जोड़ भाजपा ने महिला मतदाताओं को ज्यादा महत्व दिया.
इसके अलावा युवा और किसान की योजनाओं को प्रमुखता दी.यहां तक कि 2025 को जनजातीय गौरव वर्ष मनाने को भी आश्वस्त कर Tribal Community को कवर कर लिया. भाजपा में भी PM Narendra Modi के चहरे के साथ 'मोदी की गारंटी' ही स्लोगन का उपयोग कर वंदन किया जा रहा.
'मेरी बेटी योजना' भी ढाई लाख की और सरकारी भर्ती का वचन
भाजपा ने महिलाओं के लिए संकल्प में लंबी फेहरिस्त दी.कांग्रेस ने भी पांच खास पॉइंट कवर किए. इसमें 'मेरी बेटी योजना' में 2 लाख 51 हज़ार रुपए खाते में जमा करने का वचन दिया.युवाओं को सरकारी भर्ती तो किसानों को उनकी धान और गेहूं की फसलों के समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात की.गरीबी को मदद बना कर दूर करने को जोड़ उम्मीदें जगा दी.9 अधिकार कांगेस देने की बात कर रही.इसमें health, education, lights, employment, pension जैसे अधिकार हैं. इस वचन पत्र में 59 subject, 225 points और1290 वचन हैं.
मतदान के लिए अपील करती महिलाएं (Image: Ravivar Vichar)
कांग्रेस के लीडर Rahul Gandhi चाहे राष्ट्रीय अध्यक्ष न हो लेकिन फोकस में वही हैं. इसके अलावा क्षेत्रीय पार्टियां भी ताकत झोंक रही. स्थानीय मुद्दे और राष्ट्रीय पार्टियों के गठजोड़ के बीच पार्टी लीडर्स महिलाओं की ताकत को मानकर नतमस्तक हो रहे. 7 चरणों में हो रहे इस चुनाव में 4 जून को परिणामों में महिलाओं की ताकत पार्टियों को पता चल जाएगी.
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