कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल किसी कंपनी की पहचान और मिशन का अहम अंग बन गई है. व्यवसाय अब सिर्फ प्रॉफिट पर ध्यान देने वाली संस्थाएं नहीं रह गई हैं; वे सामाजिक परिवर्तन को गति भी दे रहे हैं. ऐसी ही एक संस्था है Bharat Forge, जो मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में भारत की अग्रणी मल्टीनेशनल कंपनियों में से एक है.
महिला सशक्तिकरण का लक्ष्य पूरा कर रहा Bharat Forge CSR
भारत फोर्ज CSR की शक्ति और कार्यबल में महिलाओं को सशक्त बनाने की अहमियत को समझती है. भारत फोर्ज की CSR पहल महाराष्ट्र के करीब 100 गांवों में सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देते हुए, महिला सशक्तिकरण (women empowerment) का लक्ष्य पूरा कर रही है. कंपनी मानती है कि महिलाएं सिर्फ लाभार्थी नहीं हैं बल्कि देश के विकास में अहम योगदानकर्ता भी हैं. न्यायसंगत और समावेशी समाज बनाने के उनके प्रयास फ़ैक्टरी की दीवारों से कहीं आगे तक फैले हुए हैं.
Image Credits: Bharat Forge
भारत फोर्ज की CSR पहल के मुख्य लक्ष्यों में से एक महिलाओं के लिए कौशल विकास और आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देना है. कंपनी का मानना है कि शिक्षा और रोजगार योग्यता एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. कंपनी ने पुणे में, विशेष रूप से हडपसर, केशवनगर और वाडगांवशेरी में सामुदायिक विकास केंद्र (CDC) शुरू किये. ये केंद्र, करीब 900 महिलाओं को वोकेशनल ट्रेनिंग (vocational training) के ज़रिये आत्मनिर्भर बनने में मदद करते हैं.
महिलाओं के व्यावसायिक कौशल और उद्यमशीलता को मिल रहा बढ़ावा
CDC की कई महिलाएं अपने समुदायों में नेतृत्व की भूमिका निभाने में सक्षम बनीं. चाहे वह स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (women self help groups) का नेतृत्व करना हो, स्थानीय परिषद की बैठकों में भाग लेना हो, या महिलाओं के अधिकारों की वकालत करना हो, वे सामाजिक परिवर्तन में सबसे आगे हैं.
Image Credits: Bharat Forge
कुकिंग, भाषण और रंगोली प्रतियोगिताएं जैसे आयोजन महिलाओं की टीम स्पिरिट और सामूहिक भावना का प्रमाण है. भीमथडी यात्रा जैसे आयोजनों में भागीदारी इन महिलाओं के व्यावसायिक कौशल और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करती है. यहां उन्होंने अपने बनाये प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन किया, ग्राहकों के साथ बातचीत की और व्यवसाय की बारीकियों को समझा और स्टालों के ज़रिये करीब 5 लाख रूपए कमाए.
Bharat Forge ने कार्यस्थल में लैंगिक अंतर को दूर करने के लिए उठाए कदम
'हर घर तिरंगा' और 'स्वच्छ भारत अभियान' जैसे राष्ट्रीय एजेंडे से जुड़ी पहलों के साथ, समुदाय की महिलाएं सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन में सबसे आगे हैं. स्थानीय सामग्रियों की सोर्सिंग और स्थानीय बाजारों में बिक्री करके, वे यह सुनिश्चित करती हैं कि उनकी सफलता का लाभ पूरे समुदाय तक पहुंचे.
Image Credits: Bharat Forge
भारत फोर्ज ने कार्यस्थल में लैंगिक अंतर को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं. कंपनी लगातार विविधता और इन्क्लूसिविटी को बढ़ावा देती है, यह सुनिश्चित करती है कि ऑर्गनाइज़ेशन में अलग-अलग भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व हो. लैंगिक समानता को प्रैक्टिस करना सिर्फ नैतिक दायित्व नहीं है; यह कंपनी के विकास और सफलता में महिलाओं के अहम योगदान को मान्यता देने का तरीका भी है.
G20 के 'Women led Development' का लक्ष्य पूरा कर रहा Bharat Forge
CSR कार्यक्रम उन समुदायों में महिलाओं के समग्र कल्याण को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं जहां भारत फोर्ज संचालित होता है. इसमें स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता और स्वच्छ पेयजल तक पहुंच से संबंधित पहल शामिल हैं. इन बुनियादी जरूरतों को पूरा करके, कंपनी न केवल महिलाओं के जीवन में सुधार कर रही है, बल्कि मजबूत और स्वस्थ समुदायों का मार्ग भी प्रशस्त कर रही है.
महिला सशक्तिकरण के लिए भारत फोर्ज की प्रतिबद्धता, G20 प्रेसीडेंसी के ज़रिये भारत के 'Women led Development' के लक्ष्य को पूरा करने में सहायक होगा.