चांद पर महिला सशक्तिकरण की नींव रख रहीं ISRO वैज्ञानिक
चंद्रयान-3 मिशन में लगभग 54 महिला इंजीनियर/वैज्ञानिक शामिल थीं. वे सहयोगी और उप परियोजना निदेशक होने के साथ-साथ कई केंद्रों की परियोजना प्रबंधक भी रहीं. इस मिशन का नेतृत्व इसरो की वरिष्ठ वैज्ञानिकों में से एक डॉ. रितु करिधल श्रीवास्तव ने किया
54 महिला इंजीनियरों/वैज्ञानिकों ने संभाली चंद्रयान-3 की कमान
चंद्रयान-3 मिशन में लगभग 54 महिला इंजीनियर/वैज्ञानिक शामिल थीं. वे सहयोगी और उप परियोजना निदेशक होने के साथ-साथ कई केंद्रों की परियोजना प्रबंधक भी रहीं. इस मिशन का नेतृत्व इसरो की वरिष्ठ वैज्ञानिकों में से एक डॉ. रितु करिधल श्रीवास्तव ने किया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वरिष्ठ वैज्ञानिक रितु करिधल श्रीवास्तव ने मंगल ऑर्बिटर मिशन की सफलता में योगदान देकर प्रसिद्धि प्राप्त की. लखनऊ विश्वविद्यालय से फिजिक्स में मास्टर डिग्री और बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) से टेक्नॉलोजी में मास्टर डिग्री के साथ, वह हमेशा से ही अंतरिक्ष के प्रति आकर्षित रही हैं.