यह घटना ओडिशा (Odisha) के मयूरभंज (Mayurbhanj) जिले के खूंटा ब्लॉक (Khunta Block) की है. यहां के एक SHG से जुड़ी बैंक मित्र सदस्य ने भुवनेश्वर (Bhubneshawar) की रैली में भाग लेकर अपनी बात रखी. वीडियो वायरल हुआ. यह इस सखी को इतना महंगा पड़ा कि सरकार ने सदस्य को निलंबित कर बेरोजगार किया.
निलंबित सदस्य हुई राजनीतिक शिकार
खूंटा ब्लॉक (Khunta Block) की स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की सदस्य भारती सिंह अपने कुछ साथियों के साथ भुवनेश्वर गई. जहां शामिल होने के बाद उसे राज्य सरकार ने निलंबित किया. इस पूरे मामले में केंद्रीय जनजातीय और जल शक्ति राज्य मंत्री (Central Minister) बिश्बेश्वर टुडू (Bishbeshvar Tudu) ने राज्य सरकार की आलोचना की. यहां तक कि इस कार्रवाई को अवैध भी करार दिया. टुडू कहते हैं- "सदस्य भारती सिंह अपने इलाके में लंबे समय से बैंक मित्र के रूप में सेवाएं दे रहीं. आदिवासी समुदाय की ऐसी मेहनती महिला के साथ राज्य सरकार ने गलत किया."
इस पूरे मामले में राज्य सरकार की तरफ से विधायक (MLA) राजकिशोर दास (Rajkishor Das) ने केंद्रीय मंत्री टुडू को घेरा, कहा- "मंत्री टुडू को बोलने का अधिकार नहीं है. उनका खुद व्यवहार ठीक नहीं है."
महिला सशक्तिकरण पर उठे सवाल
एक ब्लॉक की Self Help Group की सदस्य भारती सिंह के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई सामान्य नहीं मानी जा सकती. एक और जहां ओडिशा सरकार (Odisha Govt) सहित दूसरे राज्य यहां तक कि केंद्र सरकार भी महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) पर जोर दे रही. रोजगार के नए अवसर में स्वयं सहायता समूह के गठन को ख़ास माना गया.
ऐसे में भारती सिंह के सिर्फ रैली में शामिल होने और अपनी बात कहने पर दोषी मानते हुए निलंबन ने महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) जैसी पहल और योजनाओं पर सवाल उठा दिए.
बताया जाता है कि भारती सिंह ने बैंक मित्र के रूप में समाज और ब्लॉक में अच्छी छवि बनाई है. वह अपने को निर्दोष मानती है. निलंबन वापसी की मांग भी की.
ओडिशा में आहार केंद्र में समूह ने मिसाल कायम की (Images: Ravivar Vichar)
ओडिशा में महिलाओं की कई मिसाल
ओडिशा (Odisha) में ही कई स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं ने अपन काम से नई मिसाल कायम की. कृषि मशनरी में सरकार की सब्सिडी मिलने के बाद कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ीं. ऐसे ही आहार योजना में समूह ने कई जगह आहार केंद्र संचालित कर केवल 5 रुपए में जरूरतमंद को भोजन की व्यवथा की. यह साबित करता है कि इसी ओडिशा (Odisha) राज्य में महिलाओं ने मेहनत कर अपना नाम कमाया और आत्मनिर्भर बनीं. ऐसे में भारती सिंह के निलंबन ने राज्य सरकार ने उस मेहनत पर पानी फेर शर्मिन्दा कर दिया जो मिलाएं सरकार पर भरोसा कर आगे बढ़ने का प्रयास कर कर रहीं हैं.