North East की पहली महिला कर्नल : Colonel Ponung Doming कौन है?

North East की पहली woman Colonel Ponung Doming की inspiring journey – Arunachal Pradesh से Indian Army में high-altitude command तक की पूरी कहानी.

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रिसिका जोशी
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ponung doming first woman colonel from north east

Image Credits: Google Images

North East की धरती ने एक बार फिर भारत को गर्व का मौका दिया है. अरुणाचल प्रदेश की Colonel Ponung Doming ने न सिर्फ़ इतिहास रचा, बल्कि ये साबित कर दिया कि सेना में leadership और high-altitude command किसी gender से सीमित नहीं है.

Colonel Ponung Doming कौन है?

Ponung Doming भारतीय सेना की एक सीनियर अफ़सर और North East से Colonel रैंक तक पहुँचने वाली पहली महिला हैं. अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट की रहने वाली Ponung Doming ने Civil Engineering में गोल्ड मेडल के साथ पढ़ाई पूरी करने के बाद Officers’ Training Academy Chennai से ट्रेनिंग ली और 2008 में Indian Army में कमीशन पाया.

उन्होंने Border Roads Organisation (BRO) में कई हाई-ऑल्टिट्यूड प्रोजेक्ट्स की कमान संभाली है, जिनमें Umling La की दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल रोड और Nyoma Advanced Landing Ground का fighter jet–ready अपग्रेड शामिल है. जनवरी 2025 में उन्हें Sena Medal से सम्मानित किया गया, और उनका सफ़र आज लाखों युवाओं और महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है.

बचपन से लेकर army तक का सफ़र

अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट (Pasighat) में जन्मी Colonel Ponung Doming बचपन से ही पढ़ाई में तेज़ रही हैं. Daying Ering Higher Secondary School और IGJ Government Higher Secondary School से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने महाराष्ट्र के Walchand College of Engineering से Civil Engineering में gold medal के साथ ग्रेजुएशन किया और M.Tech में भी टॉपर रहीं.

शुरुआत में उन्होंने L&T Kolkata में काम किया, लेकिन उनका सपना uniform पहनने का था. Service Selection Board Allahabad पास करने के बाद उन्होंने Officers’ Training Academy Chennai से ट्रेनिंग ली और 2008 में भारतीय सेना में Lieutenant के रूप में कमीशन मिली.

Army में तेज़ तरक्की और पहली उपलब्धियाँ

  • 2012 के आसपास Major बनीं — अरुणाचल की पहली महिला मेजर.

  • 2019 में Lieutenant Colonel बनीं — यह सम्मान पाने वाली राज्य की पहली महिला.

  • 2023 में Colonel के पद पर प्रमोशन — North East से इस रैंक तक पहुँचने वाली पहली महिला अफ़सर.

Border Roads Organisation (BRO) में leadership

आज Colonel Ponung Doming Leh sector में Border Roads Task Force (BRTF) की कमान संभाल रही हैं.

  • Umling La (दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल रोड – 19,000+ फीट) का निर्माण और मेंटेनेंस.

  • Nyoma Advanced Landing Ground को fighter jet–ready airbase में बदलने का नेतृत्व.

  • Extreme altitude पर infrastructure projects का execution, जहां ऑक्सीजन की कमी और मौसम की मार सबसे बड़ी चुनौतियाँ हैं.

International mission और medals

2014 में उन्होंने United Nations Peacekeeping Mission – Congo में भी सेवा दी. जनवरी 2025 में उन्हें President Droupadi Murmu ने Sena Medal for Devotion to Duty से सम्मानित किया. इसके अलावा उन्हें दो बार Army Commander’s Commendation Card भी मिल चुका है.

Inspiration for women in defence

Colonel Ponung Doming का सफ़र सिर्फ़ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि ये message है कि women in Indian Army किसी भी terrain, altitude या responsibility में पीछे नहीं हैं. North East की बेटियों के लिए ये कहानी उम्मीद, हिम्मत और नए सपनों का रास्ता खोलती है.

Colonel Ponung Doming की कहानी यह साबित करती है कि सपनों की कोई सीमा नहीं होती, न भौगोलिक, न लिंग आधारित. अरुणाचल प्रदेश के एक छोटे से शहर से निकलकर दुनिया की सबसे ऊँची सड़कों और एयरबेस प्रोजेक्ट्स की कमान संभालना, उनके साहस, मेहनत और नेतृत्व का प्रमाण है. Indian Army में उनकी उपलब्धियाँ न सिर्फ़ North East बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय हैं. वे आने वाली पीढ़ियों, ख़ासकर बेटियों, को यह विश्वास दिलाती हैं कि अगर इरादे मज़बूत हों तो हर मुश्किल पहाड़ को फतह किया जा सकता है. 

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