Powered by :
साल 1924 था. पर्दा प्रथा आम थी और लड़कियां शिक्षा से कोसों दूर. ऐसे समय में इंद्रप्रस्थ कॉलेज (IPCW) ने लड़कियों के लिए पढ़ाई की अहमियत और जेंडर इक्वलिटी पर ज़ोर दिया.
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे