"हम सिर्फ खेल नहीं रहे थे… हम एक सपना पूरा कर रहे थे."- Sangeeta Basfore
यह शब्द भारतीय महिला फुटबॉल टीम की मिडफील्डर संगीता बसफोर के हैं, जिन्होंने इतिहास रच दिया. भारत ने AFC Women’s Asian Cup 2026 में पहली बार क्वालिफाई किया — वो भी अपनी मेहनत से, ग्रुप जीतकर. 5 जुलाई 2025 की रात, थाईलैंड के खिलाफ मिली 2-1 की जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी, बल्कि भारतीय महिला फुटबॉल के भविष्य का दरवाज़ा थी.
AFC Women’s Asian Cup 2026 में Blue Tigresses ने पहली बार किया क्वालिफाई
5 जुलाई 2025 की रात भारतीय महिला फुटबॉल के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई. पहली बार भारत की बेटियों ने AFC Women’s Asian Cup के लिए खुद अपने दम पर क्वालिफाई किया है. थाईलैंड के खिलाफ निर्णायक मैच में मिली 2-1 की जीत सिर्फ एक स्कोरलाइन नहीं थी, बल्कि वो मुकाम था, जहाँ से अब भारतीय महिला फुटबॉल को नई पहचान मिलेगी. संगीता बसफोर के दो गोल इस ऐतिहासिक जीत के नायक बने — और इस टीम ने बता दिया कि मेहनत और जज़्बा हो तो कुछ भी मुमकिन है.
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कैसे रचा गया इतिहास?
इस ऐतिहासिक जीत की नींव रखी गई थी ग्रुप स्टेज के शानदार प्रदर्शन में. भारत ने ग्रुप बी में चारों मुकाबले — मंगोलिया, इराक, तिमोर लेस्ते और आखिर में थाईलैंड — में जीत दर्ज की. थाईलैंड के खिलाफ निर्णायक मुकाबले में भारत को सिर्फ ड्रा चाहिए था, लेकिन हमारी टीम ने मैदान पर सिर्फ बचाव नहीं, बल्कि अटैक दिखाया. 28वें मिनट में पहला गोल और 74वें मिनट में निर्णायक गोल करके संगीता बसफोर ने भारत को जीत दिलाई. थाईलैंड के चाचावन रोडथोंग ने दूसरे हाफ की शुरुआत में एक गोल जरूर किया, लेकिन भारत का आत्मविश्वास डिगा नहीं.
मैच डिटेल्स:
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स्थान: Chiang Mai, Thailand
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तारीख: 5 जुलाई 2025
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मुकाबला: India vs Thailand
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स्कोर: भारत 2 – थाईलैंड 1
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गोल्स: संगीता बसफोर (28’, 74’) | थाईलैंड – चाचावन रोडथोंग (47’)
संगीता ने दोनों गोल दागे, और भारत ने चारों मैच जीतकर Group B में टॉप किया. इससे भारत को डायरेक्ट एंट्री मिली AFC Asian Cup के फाइनल्स में.
इस जीत का महत्व क्या है?
यह सिर्फ एक क्वालिफिकेशन नहीं है — ये प्रतिष्ठा की वापसी है. पहली बार भारत की महिला टीम ने मेज़बान या निमंत्रण से नहीं, बल्कि पूरी तरह क्वालिफाइंग राउंड जीतकर एंट्री पाई है. इससे पहले 2003 में भारत को आमंत्रण मिला था, और 2022 में बतौर होस्ट टीम ने टूर्नामेंट खेला था. अब, 2026 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाला एशियन कप हमारी मेहनत की पहचान बनेगा. और इससे भी बड़ी बात — Asian Cup की टॉप 6 टीमें सीधे FIFA Women’s World Cup 2027 में जाएंगी. यानी अब हम दुनिया के सबसे बड़े मंच की ओर कदम बढ़ा चुके हैं.
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Sangita Basfore – हीरो ऑफ द मैच
झारखंड के एक छोटे से गांव से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर चमकना कोई आम बात नहीं है. संगीता बसफोर की यह कहानी संघर्ष, साहस और संकल्प की मिसाल है. कभी जिनके पास न जूते थे, न मैदान — आज उन्होंने भारत को इतिहास रचवा दिया. दो गोल करना आसान लगता है, लेकिन एक निर्णायक मुकाबले में वो गोल्स, जो देश की दिशा बदल दें — वही सच्चे हीरो होते हैं. संगीता ने मैदान में अपनी ऊर्जा से, और मैच के बाद अपनी विनम्रता से सबका दिल जीत लिया.
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सोशल मीडिया पर जश्न
जैसे ही जीत की खबर फैली, सोशल मीडिया पर #BlueTigresses ट्रेंड करने लगा. इंस्टाग्राम से लेकर Reddit तक फुटबॉल प्रेमियों ने इस जीत को ऐतिहासिक बताया. कुछ ने भावुक होकर लिखा कि "लड़कियाँ वो कर रही हैं जो हम सोचते भी नहीं थे." वहीं कुछ यूज़र्स ने कहा कि "अब समय है महिला फुटबॉल को उतना ही संसाधन मिले जितना पुरुषों को." यह सोशल मूवमेंट सिर्फ एक मैच का जश्न नहीं था, यह महिला स्पोर्ट्स को लेकर सोच में आए बदलाव का संकेत भी था.
अब भारत की निगाहें 2026 के AFC Women’s Asian Cup पर टिकी हैं, जो ऑस्ट्रेलिया में होगा. यह टूर्नामेंट सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक संभावित दरवाज़ा है FIFA Women’s World Cup 2027 का. भारत को अब अपनी ट्रेनिंग, प्लानिंग और सपोर्ट सिस्टम को और मज़बूत करना होगा. महिला फुटबॉल में यह वो पल है जब हमें पीछे नहीं देखना, बल्कि पूरी दुनिया को दिखाना है कि हम सिर्फ क्वालिफाई करने नहीं, ट्रॉफी जीतने भी आए हैं. यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट की नहीं, बल्कि उस यकीन की है जो अब हर भारतीय लड़की के दिल में है — कि हम कर सकते हैं.
भारत की बेटियों ने दिखा दिया है कि जब मौका दिया जाए, तो वे इतिहास लिख सकती हैं. Ravivar Vichar गर्व के साथ सलाम करता है इस टीम को.