MP के Datia जिले में self help group की एक drone didi अपने काम में व्यस्त है.जिले के बसई गांव की रहने वाली Bhagwati Ahirwar Drone Pilot के रूप में इलाके किसानों को उनके खेतों में जाकर सहयोग कर रही. किसान भी अब इन ड्रोन दीदियों से अपने खेत में मेडिसिन छिड़काव करवा रहे.
100 एकड़ खेत में फसलों पर ड्रोन से छिड़की दवाइयां
दतिया ज़िले के बसई गांव की भगवती परिहार इन जिले में अब तक 100 एकड़ से ज्यादा खेत में लगी फसलों पर drone से स्प्रे किया. Suhani SHG की अध्यक्ष Bhagwati Ahirwar बताती है-"ट्रेनिंग के बाद से ही मुझे काम मिलने लगा.मुझे ख़ुशी है कि हमारे किसान भाई एक एकड़ में इसी काम के लिए साढ़े तीन घंटे लेते थे,वही दवाई का छिड़काव में सात मिनिट में कर देती हूं.किसान भाइयों को इस से समय की बचत हुई.मैं अब तक 100 एकड़ ज़मीन पर यह स्प्रे कर चुकी हूं.ख़ुशी है कि मैं लखपति की श्रेणी में आ चुकी हूं."
खेत में ड्रोन के साथ खड़ी भगवती परिहार (Image: Ravivar Vichar)
Namo Drone Yojana से जुड़ने के पहले घरेलु काम के साथ सिलाई का काम Bhagwati Ahirwar कर लेती थी.पर आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी.उनके पति Sunil Ahirwar भी मजदूरी पर ही निर्भर हैं.drone pilot बनने के बाद पारिवारिक स्थिति अच्छी हो गई.
Ajeevika Mission के DPM Giriraj Dubey बताते हैं-"समूह से जुड़ने के बाद भगवती ने बहुत मेहनत की.समूह के साथ Vermicompost बनाने काम काम शुरू किया.इससे भी अलग से कमाई होने लगी.इन दिनों सीज़नल फसल मूंगफली सहित दूसरी फसलों में ड्रोन मशीन से स्प्रे कर रही.एक एकड़ खेत में स्प्रे के लिए drone didi को 350 रुपए का भुगतान किया जाता है."
CRP की भूमिका में भी जोड़ दीं 1 हज़ार महिलाएं
Drone Pilot के रूप में सफल होने के साथ Bhagwati Ahirwar यहीं नहीं रुकी.CRP भी बनाया गया.जहां भगवती ने अपने क्षेत्र में 1000 से ज्यादा महिलाओं को self help group से जोड़ कर नए रोजगार के लिए गाइड किया.
SRLM टीम के साथ समूह सदस्य और भगवती (Image: Ravivar Vichar)
DAY SRLM ,Bhopal के SPM Manish Singh कहते हैं-"हमारे प्रदेश में Namo Drone Yojana सफल रही.प्रदेश में कई महिलाएं ड्रोन दीदी के रूप में बेहतर काम कर रहीं. दतिया की भगवती देवी ने ड्रोन पॉयलट बन कर रिकॉर्ड बना लिया."
भगवती अपनी लगातार मेहनत से गौरी माता किसान उत्पादक संगठन FPO में डायरेक्टर के पद पर भी काम कर रहीं.दतिया जिला पंचायत के CEO IAS Kamlesh Bhargav खुद समूह की सदस्यों को प्रोत्साहित कर रहे.यहां कई महिलाएं रोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर हो गईं.