कभी गुमनाम थी... और अब बुलाते लखपति दीदी

MP के Bhopal इलाके के गांव में कभी गुमनाम रहने वाली महिला की SHG से ज़िंदगी बदल गई. इसी गुमनाम महिला को गांव के लोग अब लखपति दीदी कह कर बुलाते हैं. अपनी आजीविका के लिए परेशान यही महिला अब कई कारोबार चला रही.

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कभी गुमनाम थी और अब बुलाते लखपति दीदी

किराना दुकान संचालित करती किरण बरैया  Image: Ravivar Vichar

Bhopal जिले के करौंदिया गांव की रहने वाली किरण बरैया अपने घर में ही सिलाई से परिवार चलाने में मदद करती थी. गरीबी की वजह से कई बार परिवार मुश्किल में आ जाता. आजीविका मिशन से जुड़ने के बाद किरण की ज़िंदगी पूरी तरह बदल गई.         

समूह से जुड़कर मिली किरण को नई रोशनी 

साल 2017 में बैरसिया ब्लॉक के Ajeevika Mission से जुड़े अधिकारी करौंदिया आए. अधिकारियों ने किरण बरैया को Self Help Group में जोड़ा. यहीं से किरण को ज़िंदगी जीने की नई रोशनी मिली. किरण बरैया बताती है- "मैंने कभी सोचा भी न था कि गरीबी रेखा बाहर निकल पाएंगे. 12 सदस्य के साथ सबकी सहमति से रामदेव बाबा स्वयं सहायता समूह बनाया. मुझे समूह से CCLलोन मिला.चार बार लोन लिया. शुरू में मैंने किराना दुकान लगाई. सिलाई की मशीन नई ले ली.मेरी कमाई बढ़ने लगी."

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Image: Ravivar Vichar

किरण ने अब तक 2 लाख 64 हजार रुपए की लोन सुविधा अलग-अलग तरह से ली.

Nursery के साथ पति को भी रोजगार से लगाया

किरण ने लोन के सहारे अपने काम को और फैलाया. किरण आगे बताती है- "लोन की मदद से हमने shg nursery तैयार की. साथ ही बिल्डिंग निर्माण में उपयोग आने वाले सेंटिंग का काम शुरू किया. इस काम में मेरे पति पतिराम बरैया को भी नया रोजगार मिल गया."

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                                                                                  Image: Ravivar Vichar

Ajeevika Mission की District Project Manager (DPM) Rekha Pandey कहती हैं- "बैरसिया ब्लॉक के तहत करौंदिया गांव का इस SHG से जुड़ी महिलाओं ने कई तरह से काम शुरू कर कमाई के स्थान बढ़ाए. मुझे ख़ुशी है कि प्रदेश के अलग-अलग जिले से नई दिल्ली के लिए आमंत्रित किए गई महिलाओं में किरण बरैया का नाम शामिल है.किरण 26 जनवरी की Republic Day मुख्य परेड और आयोजन देखेंगी." 

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