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(अपने खेत में जैविक खेती करती संत कुमारी) Image-Ravivar vichar
MP के Katni जिले में देवरीटोला पंचायत के मतवारी गांव की संतकुमारी विश्वकर्मा के पास खेती का छोटा सा हिस्सा था. कमाई कम होने से कर्ज उतारने की स्थिति नहीं बची.Ajeevika Mission के अधिकारियों ने SHG से जोड़ा. समूह से जुड़ कर घर के हालात अच्छे हो गए.
Agriculture Training लेकर ख़रीदे आधुनिक संयंत्र
कटनी की संत कुमारी विश्वकर्मा अब खेती में व्यस्त रहती है.संत कुमारी बताती है -"आजीविका मिशन के साथ मैंने जय स्वयं सहायता समूह बनाया.13 महिलाओं को जोड़ा. हम सभी महिलाओं ने 10 रुपए हर सप्ताह की बचत शुरू की. मैंने Agriculture Training ली. CCL से मुझे बैंक ने 30 हजार रुपए का लोन मिल गया. आधुनिक थ्रेशर के साथ और सयंत्र खरीद लिए.और नए सिरे से खेती शुरू की. कुछ समय बाद संघर्ष कम हुए."
संत कुमारी ने ख़रीदा थ्रेशर (Image: Ravivar Vichar)
Agriculture modern equipmentsखरीदने के बाद संत कुमारी की खेती में अच्छी कमाई हुई. धीरे-धीरे साहूकारों का कर्ज भी उतार दिया.
Krishi Sakhi के साथ कटनी जिले की बनी मिसाल
Katni जिले की संत कुमारी विश्वकर्मा आज मिसाल बन गई. संत कुमारी आगे बताती है-"केवल 10 दिन में गांव में ही 10 और shg बना लिए. समूह में जुड़करkrishi sakhi बनी. जिले में मैंने जैविक खेती की ट्रेनिंग देने शुरू किया.खुद भी जैविक खेती करने लगी. मैंने पहला लिया लोन चुका कर लिंकेज के माध्यम से 40 हजार रुपए का दूसरा लोन लिया. 2 भैंस ली. Organic Farmingमें Vermicompost, खाद सहित दूसरे प्रोडक्ट्स बनाए. अब स्थिति अच्छी है."
खेत में तैयार नरसरी में मोरिंगा के पौधे दूसरी महिलाओं को देते हुए (Image: Ravivar Vichar)
संत कुमारी विश्वकर्मा के बीमार पति को गंभीर बीमारी हुई.घर से परिवारजनों ने निकाल दिया. 2 बच्चों के साथ पूरी जवाबदारी आ गई. संत कुमारी ने नागपुर और जबलपुर जाकर इलाज कराया. अब संत कुमारी गर्व से कहती है कि मेरे पति खेती में पूरा साथ देते हैं.
Nursery में Moringa के पौधे से कमाए डेढ़ लाख
अपनी मेहनत के दम पर संत कुमारी ने खेत में नर्सरी भी तैयार की. समूह की नोडल सरिता कुशवाह बताती है -"संत कुमारी कटनी जिले में SHG में आदर्श है. अपने ही खेत में NURSERY में Moringa के पौधे लगाए. संत कुमारी ने प्रति पौधा 15 रुपए बेच कर लगभग डेढ़ लाख रुपए की इनकम की. इसके अलावा जीवामृत खाद बेच कर भी कमाई की."
KatniDistrict Project Manager (DPM) Shabana Khan ने बताया- "जिले में कई समूह की सदस्य बहुत अच्छा काम कर रही.संत कुमारी ने साबित किया कि समूह की गतिविधि को चलाकर आत्मनिर्भर बन सकते है."
खेत में तैयार सहजन या मुनगा के पौधे की नर्सरी (Image: Ravivar Vichar)
State Rural Livelihood Mission (SRLM) BHOPAL के SPM (State Project Manager) Manish Panwar कहते हैं- "प्रदेश के कई self help group की महिलाएं मेहनत कर रहीं.कटनी की संत कुमारी दूसरी महिलाओं के लिए उदहारण है. ऐसी महिलाओं को और प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है."