ऑफ़िस ब्रेक के दौरान, दोस्तों के साथ, या लॉन्ग ड्राइव पर, स्टैंडअप कॉमेडी (standup comedy) का एक एपिसोड मन को हल्का महसूस करवाने और चेहरे पर हंसी लाने के लिए काफी है. देखा गया है कि इंडिया के स्टैंडअप कॉमेडी सीन में पुरुष ज़्यादा नज़र आते हैं (gender divide in Indian standup comedy scene). ऐसा कम ही हुआ है कि कोई हाउसवाइफ हाथ में माइक पकड़े स्टेज पर इस तरह से समाज के सच को दिखाए, कि हसने के साथ सोचने पर भी लोग मजबूर हो जाये (housewife doing standup comedy). 39 साल की हरप्रिया बैंस (Harpriya Bains) स्टैंडअप कॉमेडी में अपना हाथ आज़मा रही है.
गृहिणियां कई मुश्किल ज़िम्मेदारियां एक साथ निभाती हैं, जिसके बदले उन्हें कोई सैलरी भी नहीं मिलती (housewives doing unpaid labour). कॉमेडियन हरप्रिया साड़ी पहने अपने ग्रे हेयर (grey hair) को गर्व के साथ दिखाती हुई अपना शो हाउसवाइव्स को डेडिकेट करती है. वे कहती है, उन्हें 'होम मेकर' शब्द बिल्कुल भी नहीं पसंद. महिला सशक्तिकरण (women empowerment) के दौर में इस शब्द को बस 'रीब्रांड' (rebrand) किया गया है, इसके अलावा कोई बदलाव नहीं. वे आगे कहती है, "मुझे अपनी थैंकलेस और पैलेस जॉब (thankless and payless job)से इतनी प्रॉब्लम नहीं जितनी इस वर्ड से है.ऑल-इन-वन होममेकर (home maker)पेश करते हैं- इडली मेकर, रोटी मेकर और परफेक्ट गोलू-मोलू बेबी मेकर."
हाउसवाइफ की परेशानियों को बेबाक और आसान तरीके से दुनिया के सामने रखा
ऐसा पहली बार हुआ जब स्टैंडअप कॉमेडी के स्टेज पर एक हाउसवाइफ ने हाउसवाइफ की परेशानियों को इतनी बेबाक और आसान तरीके से दुनिया के सामने रखा (housewife standup comedy), वरना ये मुद्दा डिस्कशन का टॉपिक कहां बन पाता है. महिलाओं ने इस वीडियो को काफी पसंद किया. इंस्टाग्राम (instagram) पर इस वीडियो को 6 मिलियन बार देखा जा चुका है. कॉमेंट सेक्शन (comment section) में उनके ह्यूमर (humour) और सटीक तरह से बात कहने के अंदाज़ की जमकर तारीफ हुई.
कॉमेडी के साथ पेंटिंग में भी है माहिर
हरप्रिया खुद एक हाउसवाइफ (housewife) रही और इस उम्र में उन्होंने महसूस किया कि उनकी कॉमिक टाइमिंग (comic timing) अच्छी है, जिसका फायदा उठाकर वह स्टैंडअप कॉमेडी (standup comedy) में अपना टैलेंट (talent) आज़मा सकती है. अपनी अलग पहचान बनाने के सफर में उन्हें अपने पति और बच्चों का साथ मिल रह है.
Image Credits: rediff.com
हमेशा से ही हरप्रिया को पेंटिंग (painting) का शौक रहा है. शादी के बाद उन्होंने एडवर्टाइसिंग और ब्रांड मैनेजमेंट (advertising and brand management) का करियर छोड़ दिया था. पेंटिंग के अपने जुनून को पूरा करने का मन बनाया. दोस्तों और परिवार से प्रोत्साहन मिलने के बाद महू (Mhow) में उन्होंने पहली प्रदर्शनी लगाई. आज वे कला के ज़रिये अपनी सोच दुनिया के साथ बांट रही हैं, और गृहिणियों को एहसास दिला रही है कि वे अकेली नहीं है, उनके विचारों को समझने वाला कोई है.