Sherin Shahana ने व्हीलचेयर पर बैठ भरी सपनों की उड़ान

केरल वायनाड की रहने वाली शेरीन शहाना. घर की छत से गिरने की वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई. उन्हें व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा. फिर से पढ़ाई शुरू कर UPSC 2022 परीक्षा पास कर 913वीं रैंक हासिल की.

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हेमा वाजपेयी
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Image : Ravivar

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) देश के लाखों एस्पिरेंट्स का सपना, जिसे पूरा करने के लिए एस्पिरेंट्स रात दिन एक करते है. ऐसी ही एक UPSC एस्पिरेंट्स की कहानी है शेरीन शहाना (Sherin Shahana) की. जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर पहले प्रयास में Union Public Service Commission परीक्षा पास की.

व्हीलचेयर पर बैठकर परीक्षा पास कर हासिल की 913वीं रैंक 

शेरीन शहाना केरल वायनाड की रहने वाली है. शेरीन ने राजनीतिक विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और अब वह कैलिकट विश्वविद्यालय में PhD कर रही हैं. 22 साल की उम्र में शेरीन को अपनी पढ़ाई-लिखाई फिर से शुरू करनी पड़ी. एक्सीडेंट के बाद उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठकर UPSC 2022 परीक्षा पास कर 913वीं रैंक हासिल की.

एक्सीडेंट की वजह से रीढ़ की हड्डी टूट गई

पांच साल पहले वह अपने घर की छत से गिर गईं थी और उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई. तभी उनका जीवन पूरी तरह से पलट गया और उन्हें व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा. उनके पैरों ने काम करना बंद कर दिया और हांथों भी केवल 70% ही काम कर रहे थे. 

SHERIN SAHANA

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उनकी बहन जलिशा बताती है कि शेरीन किताब भी नहीं उठा सकती थी. उन्होंने शुरुआत से सब कुछ सीखा.

परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर मिली अकादमी से मदद 

शेरीन के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. दो साल पहले उन्होंने Absolute IAS Academy के ऑनलाइन कोर्स कर पढाई शुरू की. अकादमी से उन्हें मदद मिली जो सिविल सेवाओं में पद प्राप्त करने के लिए विकलांग एस्पिरेंट्स को 'चित्रशालाभम' कार्यक्रम देता है. 

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